नई दिल्ली: दिल्ली अग्निशमन सेवा को दिवाली पर आग से जुड़ी घटनाओं की 208 सूचनाएं मिलीं जिनमें से 22 घटनाओं की वजह पटाखे रहे. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि रविवार को सदर बाजार, पूर्वी कैलाश और तिलक नगर में आग लगने की बड़ी घटनाएं हुईं, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ.
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारी के मुताबिक, मध्य दिल्ली के सदर बाजार के डिप्टी गंज में एक गोदाम में भीषण आग लग गई. उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने में दमकल की 22 गाड़ियों को दो घंटे लग गए.
पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर में एक बाजार में आग लगने से छह दुकानें जलकर खाक हो गईं. बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में भी आग लगने की घटना सामने आई है.
आग से जुड़ी 100 कॉलें
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली अग्निशमन सेवा को दिवाली की शाम आग से संबंधित घटनाओं की 100 कॉलें मिलीं.
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि ये कॉल रविवार शाम 6 बजे से रात 10.45 बजे के बीच रिकॉर्ड की गईं.
उन्होंने कहा, ”शाम 6 बजे से रात 10.45 बजे तक आग से जुड़ी छोटी, मध्यम और बड़ी कॉलों की कुल संख्या 100 थी.”
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस भी अलर्ट पर थी और अग्निशमन कर्मियों की मदद कर रही थी.
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84 से अधिक लोग घायल
बता दें कि राजस्थान में दिवाली के पर्व पर शहरभर में 84 से अधिक लोग घायल हो गए और आग लगने की करीब 25 सूचनाएं मिलीं. पिछले 24 घंटें में जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में झुलस कर घायल होने के कुल 84 मामले सामने आए, जिनमें आखों में चोट के 43 मामले हैं.
एसएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने कहा, “41 लोग झुलस गए और उन्हें कल रात अस्पताल लाया गया. उनमें से सात लोगों को भर्ती कर लिया गया और बाकी को प्राथमिक उपचार दिया गया.”
उन्होंने बताया कि आज सुबह समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान दर्ज किए गए कुल 84 मामलों में से 43 आखों में चोट के थे. सात लोगों को उपचार के लिये भर्ती किया गया है. जबकि 36 लोगों आपातकालीन उपचार के बाद घर भेज दिया गया.
अन्य अस्पतालों में कुछ और मामले सामने आए हैं. मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेन्द्र मीणा ने बताया कि बीती रात आग लगने की करीब 25 सूचनाएं मिलीं, हालांकि कोई बड़ी घटना नहीं हुई और कोई जनहानि की सूचना नहीं है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चुनावी आचार संहिता के चलते और दीपावली के पर्व को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था.
दिवाली और प्रदूषण
बता दें कि दिवाली के जश्न के दौरान दिल्ली के कई इलाकों में पटाखा प्रतिबंध का उल्लंघन किया गया. पिछले हफ्ते, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बेरियम युक्त पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का उनका आदेश हर राज्य को बाध्य करता है और यह केवल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र तक सीमित नहीं है, जो गंभीर वायु प्रदूषण से जूझ रहा है.
शादीपुर (315), आयानगर (311), लोधी रोड (308), पूसा (355) और जहांगीरपुरी (333) सहित कुछ क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया.
हालांकि दिल्ली में दिवाली के दिन आठ वर्षों में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता दर्ज की गई, लेकिन पटाखे जलाने और रात के कम तापमान के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ने की आशंका थी.
दिल्ली के कई इलाकों में रविवार को दिवाली पर पटाखों पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन किया गया और जमकर आतिशबाजियां हुईं. जिसके बाद दिल्ली में सोमवार को सुबह धुंद की चादर दिखाई दी. साथ ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है.
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