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Monday, 6 May, 2024
होमदेशअर्थजगत'शिक्षा हर इंसान की खुशहाली का जरिया', दिल्ली सरकार 2023-24 में एजुकेशन पर 16,575 करोड़ खर्च करेगी

‘शिक्षा हर इंसान की खुशहाली का जरिया’, दिल्ली सरकार 2023-24 में एजुकेशन पर 16,575 करोड़ खर्च करेगी

2023-24 का बजट पेश करते हुए वितमंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि शिक्षा को लेकर दिल्ली सरकार के प्रयास अब अच्छी बिल्डिंग, और बच्चों के आने वाले अधिक नंबर से आगे निकल गया है. 

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नई दिल्ली : दिल्ली के वित्तमंत्री कैलाश गहलोत ने मनीष सिसोदिया जगह बुधवार को बजट 2023-24 पेश किया. बजट में शिक्षा पर खास जोर दिया गया है. दिल्ली सरकार ने हर इंसान के लिए शिक्षा को खुशहाली माध्यम बताया है और 2023-24 के लिए 16,575 करोड़ का बजट शिक्षा के लिए तय किया है.

वितमंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि शिक्षा को लेकर दिल्ली सरकार के प्रयास अब अच्छी बिल्डिंग, और बच्चों के आने वाले अधिक नंबर से आगे निकल गया है.

उन्होंने कहा कि, ‘दुनियाभर में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का उदाहरण दिया जाता है. हमारे शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया की तस्वीर न्यूयार्क टाइम्स ने पहले पेज पर छापी और शिक्षा के लिए उनके काम की तारीफ की गई.’

वित्तमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी की मदद देने से हमारे बच्चों को बहुत फायदा हो रहा है. बोर्ड, इंजीनीयिरिंग और मेडिकल परीक्षा में दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है. 12वीं स्कूल के बच्चों 98 प्रतिशत परिणाम प्राप्त किए. जेईई मेन्स 493 और नीट मे 648 बच्चे सफल हुए.

उन्होंने कहा कि एंटप्रेन्योर्शिप माइंटसेट करिकुलम में पहले बैच में 12वीं के 56 छात्रों ने बिजनेस ब्लास्टर पहल के माध्यम से उद्यमशीलता में अपनी योग्यता साबित की. और 7 विश्वविद्यालयों में बीबीए और बीटेक कोर्सेज में सीधे दाखिला लिया.

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गहलोत ने कहा कि इसी तरह 2021 में लागू देशभक्ति पाठ्यक्रम में जिसमें यह सिखाया गया कि वह हर भारतीय को जाति या धर्म के चश्मे से नहीं, बल्कि मानवता के चश्मे से देंखे.

2022-23 में शहीदे आजम भगत सिंह को समर्पित स्कूल का उद्घाटन हुआ. इसमें 160 बच्चे पढ़ रहे हैं, जो जल्दी आर्म्स फोर्सेज में शामिल होकर मातृभूमि की सेवा करेंगे.

उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडस वर्चुअल स्कूल एक सफल प्रयोग के तौर पर सामने आया है. यह देश का पहला वर्चुअल स्कूल है. इसमें कई राज्यों के बच्चे शामलि हुए हैं. पहले बैच में गोवा, कर्नाटक, उड़ीसा, केरल, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश समेत 14 राज्यों के छात्र शामिल हुए.

मंत्री ने कहा 98 प्रिंसिपल को ट्रेनिंग के लिए आईआईएम अहदाबाद भेजा गय. जबकि हमारे 56 प्रिंसिपल, टीचर ट्रेनिंग के लिए कैंब्रिज गये थे.

फिनलैंड, सिंगापुर और कैंब्रिज में 1410 प्रिंसिपल, टीचर्स, एजुकेटर्स ने वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग प्राप्त की है. साथ ही हमने टीचर्स को त्रिपुरा, गुजरात, तमिलनाडु, कश्मीर समेत विभिन्न राज्यों में भी शिक्षा को समझने के लिए भेजा.

वित्तमंत्री ने कहा सीधी भर्ती के जरिए 2015 से अब तक हमने 24,144 टीचर्स की भर्ती की है. इतना बड़ा अभियान, इतने कम समय में पहले किसी राज्य में नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में सभी टीचर्स को टैबलेट दिया. अब 4 साल हो गया है फिर सभी को नये टैबलेट देंगे. हर स्कूल में 20-20 नये कंप्यूटर उपलब्ध कराएंगे, ताकि न्यू आइडियाज को शिक्षा में शामिल किया जा सके. 2023-24 में इन गैजेट्स को 350 स्कूलों में देंगे.

मंत्री ने कहा कि इन बच्चों को फ्रेंच जर्मन, स्पेनिश भाषा भी सिखा रहे हैं. 114 ने जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई किया.

उन्होंने कहा कि देश में पहली बार स्कूल-उद्योग मिलकर काम करेंगे. ऐसे 12 स्कूल शुरू किए हैं. इनमें ट्रेडिशनल के साथ स्किल डेवलप के लिए प्रोफेशनल इंडस्ट्रियल सेट अप भी होगा. 9वीं में हर बच्चा तीन-तीन कौशल विषय का अध्ययन करेगा और 11वीं-12वीं में एक-एक कौशल विषय का अध्ययन करेगा.

गहलोत ने कहा 2023-24 के लिए शिक्षा के लिए 16,575 करोड़ के बजट का प्रस्ताव करता हूं.


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