नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली में मारी गई नाबालिग के माता-पिता ने मंगलवार को दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल को बताया कि अगर किसी एक ने भी मौके पर कोई कदम उठाया होता तो आज उनकी बेटी जिंदा होती.
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मालीवाल ने कहा कि वे दयनीय स्थिति में हैं और मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा दी जाए.
दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, “हमारी भी यही मांग है और हम उसके न्याय के लिए लड़ेंगे.”
मालीवाल ने कहा कि अपराधी को जल्द सजा देना आवश्यक है और सरकार और अदालतों को इस दिशा में काम करना चाहिए.
उन्होंने कहा, “यह आज की वास्तविकता है कि देश की राजधानी दिल्ली में कोई नहीं डरता है. लोग सोचते हैं कि वे किसी महिला या लड़की के साथ कुछ भी कर सकते हैं और सिस्टम उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा.”
हत्या के राजनीतिकरण और सांप्रदायिकरण के प्रयासों के बारे में पूछे जाने पर मालीवाल ने कहा कि पीड़िता के खून का रंग वही है जो बाकी लोगों का है. उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित – चाहे उनके साथ दुष्कर्म आठ महीने या 90 साल की उम्र में हुआ हो सबको मदद की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि अंजलि की मौत के बाद से आयोग को प्रति दिन 2,000 शिकायतें मिली हैं – 1 जनवरी को एक महिला को एक कार ने टक्कर मार कर घसीट कर मार डाला था. “दिल्ली में हर दिन छह बलात्कार होते हैं … अपराध अब तक के उच्चतम स्तर को छू गया है. यह राजनीति का समय नहीं है.”
16 वर्षीय किशोरी को रविवार की रात 20 वर्षीय साहिल ने बुरी तरह चाकू घोंप कर मार डाला था. जिसका एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया हैं.
#WATCH | Delhi | CCTV visuals show accused Sahil in the Shahbad Dairy area, before he murdered the 16-year-old girl, on 28th May.
(Video: CCTV visuals confirmed by Police) pic.twitter.com/VAmr0EikXu
— ANI (@ANI) May 30, 2023
साहिल, जो तुरंत मौके से भाग गया था – को सोमवार शाम को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से पकड़ लिया गया था. पूछताछ के दौरान साहिल को हमले का वीडियो दिखाया गया और उसने स्वीकार किया कि वीडियो में दिख रहा शख्स वही है.
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