नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पैगंबर साहब के बारे में टिप्पणियां करके कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले को स्वत: संज्ञान में लेते हुए शनिवार को गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की.
प्राथमिकी आईपीसी की धाराओं 153-ए (धर्म, जाति, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य फैलाने) और 295-ए (किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक मान्यताओं के संबंध में जानबूझकर या दुर्भावना के साथ किया गया ऐसा कोई कृत्य जिससे उसकी धार्मिक भावनाएं भड़कें) के तहत दर्ज की गई है.
दिल्ली के पीआरओ डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा, ‘प्रेस क्लब में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट होने को संज्ञान में लेते हुए पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में एक एफआईआर नंबर 57/21यू/एस 153-ए/295-ए-आईपीसी दर्ज की गई है.’
आप विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अमानतुल्ला खान ने भी शनिवार को नरसिंहानंद के खिलाफ जामिया नगर पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई है.
शिकायत में कहा गया है, ‘यति नरसिंहानंद सरस्वती, जो डासना देवी मंदिर के मुख्य महंत, हिंदुत्ववादी संगठन हिन्दू स्वाभिमान के नेता और अखिल भारतीय संत परिषद के अध्यक्ष हैं, ने जानबूझकर और दुर्भावना के साथ न केवल देश बल्कि दुनियाभर में पैंगबर मोहम्मद से मोहब्बत और इबादत करने वाले मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है.’
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस तरह के बयानों के लिए नरसिंहानंद पर निशाना साधा था.
Insulting Prophet (SAW) is unacceptable. Can these criminals acting as religious teachers get over their unnatural fixation with Islam? For something that you do not like, you do spend a lot of time on it. I’m sure there’s enough in your own belief system that you can discuss 1/2 https://t.co/S8R0SO2UXO
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 3, 2021
पैगंबर साहब पर टिप्पणी
नरसिंहानंद ने गुरुवार को अखिल भारतीय संत परिषद (गाजियाबाद) की ओर से प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था. बुकिंग की रसीद के मुताबिक मुख्य वक्ता वही थे.
प्रेस क्लब में होने वाली किसी भी प्रेस कांफ्रेंस के आवेदन को क्लब के ही किसी सदस्य की तरफ से प्रस्तावित किया जाना जरूरी होता है. रसीद और प्रेस क्लब के सदस्यों के अनुसार, इस प्रेस कांफ्रेंस को एक फोटो जर्नलिस्ट बिजय कुमार ने इंडोर्स किया था.
इस दौरान की गई टिप्पणी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें नरसिंहानंद को पैगंबर और इस्लाम के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते सुना जा सकता है. उन्हें कथित तौर पर यह कहते भी सुना जा सकता है, ‘अगर मुस्लिमों को मोहम्मद साहब की वास्तविकता पता हो तो उन्हें खुद को मुस्लिम कहने में शर्म आएगी.’
पिछले महीने नरसिंहानंद और डासना देवी मंदिर उस समय सुर्खियों में रहे थे जब पानी पीने के लिए मंदिर के अंदर पहुंचे एक 14 वर्षीय मुस्लिम लड़के को महंत के शिष्य ने पीट दिया था.
डासना देवी मंदिर के बाहर लगे एक बोर्ड में यति नरसिंहानंद सरस्वती के आदेश पर लिखा है, ‘ये मंदिर हिंदुओं का पवित्र स्थल है, यहां मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है.
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