नई दिल्ली: खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर ने रविवार रात पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
अजनाला कांड के सिलसिले में ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख को पकड़ने की कोशिश कर रही है.
एसएसपी जालंधर स्वर्णदीप सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘वारिस पंजाब डी प्रमुख अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर ने कल रात पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.’
सूत्रों के मुताबिक दोनों ने मेहतपुर में सरेंडर किया. वे देर रात चोरी-छिपे थाने पहुंचे. दोनों मर्सिडीज कार में आए थे, जिसे पुलिस ने जब्त भी कर ली है.
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल सिंह और उसके साथियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया था.
पुलिस ने कहा कि मामले में अब तक कुल 112 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं, जबकि रविवार को 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने यह भी कहा कि वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है.
रविवार को, पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं के निलंबन को सोमवार दोपहर तक बढ़ा दिया गया था.
इससे पहले केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया था कि अमृतपाल सिंह के कथित सलाहकार और फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी उर्फ सरबजीत सिंह कलसी को अधिकारियों ने रविवार को गिरफ्तार किया था.
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह द्वारा भागने के लिए इस्तेमाल किया गया वाहन भी पंजाब पुलिस द्वारा कई अन्य वाहनों और गोला-बारूद के साथ जब्त किया गया था.
इस बीच, अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल सिंह के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस के अनुसार, राज्य भर में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने और लोगों में विश्वास जगाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में फ्लैग मार्च भी किया.
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