scorecardresearch
Thursday, 21 November, 2024
होमदेशअपराधकानपुर एनकाउंटर में फरार मोस्ट वांटेड विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार

कानपुर एनकाउंटर में फरार मोस्ट वांटेड विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार

कानपुर एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों के मारे जाने के बाद से मामले का मुख्य दुबे फरार चल रहा था और पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी.

Text Size:

नई दिल्ली: कानपुर में एनकाउंटर के दौरान 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे को वृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि वह महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए गया था.  पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की है. वहीं इससे पहले पुलिस ने उसके एक साथी को मुठभेड़ में मारा था.

बताया जा रहा था कि विकास महाकाल का दर्शन करने जा रहा था. हालांकि पुलिस का आधिकारिक बयान आना बाकी है.

मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कानपुर की नृशंस घटना के बाद से ही हमने पूरे मध्य प्रदेश और पुलिस को अलर्ट कर रखा था, जैसे ही संदेह हुआ उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया.

वहीं कानपुर के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया था कि कल जिन 3 लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया था, उनमें से एक प्रभात मिश्रा की मौत हो गई है, हिरासत से भागने के दौरान पुलिस ने उसे गोली मारी थी.

इससे पहले उन्होंने कहा था कि गाड़ी खराब होने का फायदा उठाकर प्रभात मिश्रा ने पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायरिंग की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया. इस मुठभेड में हमारे एसटीएफ के 2 जवान और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

आईजी कानपुर रेंज के अनुसार पुलिस ने उसे हिरयाणा के फरीदाबाद की जिला अदालत में ट्रांजिट रिमांड पर भेजा था.

साथी मुठभेड़ में मारा गया

मामले के छह दिन बाद वारदात के मुख्य आरोपी विकास दुबे का एक साथी बुधवार की सुबह हमीरपुर जिले में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़़ में मारा गया था. एसटीएफ के महानिरीक्षक अमिताभ यश ने दुबे का साथी अमर दुबे हमीरपुर के मौदहा में एक मुठभेड़ में मार गिराने की जानकारी दी थी.

ये रहा मामला

गौरतलब है कि 5 जुलाई देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी और एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे. मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल है.

घटना के बाद से पुलिस को दुबे का कोई सुराग नहीं मिल रहा था, वह फरार चल रहा था.

 

share & View comments