लखनऊ : यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी गई. आरोप है कि लखनऊ के खुर्शीद बाग में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश की शुक्रवार दोपहर घर पर आए दो बदमाशों ने चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि मिठाई के डिब्बे में हत्यारे चाकू और तमंचा लेकर आए थे. शरीर में चाकू के 15 से अधिक वार किए हैं. आरोपियों की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गई है.
Breaking: Hindu samaj party leader #KamleshTiwari killed in Lucknow by unidentified criminals. His supporters are protesting now against UP police. @ThePrintHindi @ThePrintIndia pic.twitter.com/osR8bJQvTz
— Prashant Srivastava (@Prashantps100) October 18, 2019
जानकारी के मुताबिक, भगवा कपड़ा पहने दो बदमाश हाथ में मिठाई का डिब्बा लेकर नेता कमलेश तिवारी से मिलने कार्यालय पहुंचे. बातचीत कर साथ में चाय पी, उसके बाद मिठाई के डिब्बे में छिपाकर लाए रिवॉल्वर और चाकू निकाल लिए. चाकू से ताबड़तोड़ गले पर 15 से ज्यादा वार किए. इसके बाद गोली मारकर भाग निकले. लहूलुहान हालत में नेता कमलेश तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक जब वह अस्पताल लाए गए थे तो गंभीर अवस्था में थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस की टीम सेलफोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश में जुट गई है. बताया जा रहा है कि एक ने गला रेता और दूसरे ने गोली मारी. कमलेश तिवारी हत्याकांड से लोगों में आक्रोश फ़ैल गया. कमलेश के समर्थक खुर्शीद बाग कॉलोनी में प्रदर्शन कर रहे हैं. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व पीएसी की तैनाती की गई है.
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रतीत हो रहा है कि आपसी रंजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है. मामले की छानबीन में 10 टीमें लगाई गई हैं. मौके पर एक असलहा बरामद हुआ है, उसकी जांच की जा रही है. इलाके के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.
चर्चा में रह चुके हैं कमलेश
बता दें कि पैगंबर साहब पर टिप्पणी की वजह से कमलेश पर रासुका भी लग चुका है. उस समय एक मुस्लिम संगठन ने सर कलम करने का फतवा भी जारी किया था. बिजनौर के उलेमा अनवारुल हक और मुफ्ती नईम कासमी पर कमलेश तिवारी का सिर कलम करने का फतवा जारी करने का आरोप लगा था.
अक्सर विवादों में रहने वाले तिवारी अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने को लेकर अभियान चलाए हुए थे और इन दिनों योगी सरकार से नाराज चल रहे थे. उन्होंने कई बार ट्वीट करके अयोध्या और मुसलमानों को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला था. कमलेश ने बीते मंगलवार को पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं की हत्या को लेकर लखनऊ के अटल चौराहे पर प्रदर्शन किया था.
जंगलराज़ का एक और उदाहरण,लखनऊ राजधानी में कमलेश तिवारी की हत्या।
उत्तर प्रदेश में अपराधी हैं अपराध में मस्त,सूबे के मुख्यमंत्री प्रचार में है व्यस्त।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) October 18, 2019
विपक्षी नेताओं ने उठाए सरकार पर सवाल
कांग्रेस के यूपी चीफ अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में लगातार हत्या, बालात्कार, लूट और डैकती जैसे संगीन अपराध बढ़े हैं. सरकार ये सारे आंकड़े छुपा रही है. पर वह जनता की नज़र से बच नहीं सकती है. उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश की पूरी कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. अब तो देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी उत्तर प्रदेश में जंगलराज की पुष्टि कर दी है. सूबे के मुखिया को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए. लखनऊ की घटना के अलावा हापुड़ में एक किसान को पुलिस हिरासत में पीट-पीट कर मार डाला गया, इलाहाबाद और वाराणसी में दिन प्रतिदिन हत्याओं के सिलसिला चला. पूरे प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं है.