लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की अज्ञात हमलावरों ने चाकू गोदकर हत्या कर दी. भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी (34) पर सोमवार को बादशाहनगर में हमला किया गया.
पुलिस के मुताबिक, उन्हें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
आधी रात के तुरंत बाद अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया, पुलिस के विरोध में नारेबाजी की और लखनऊ पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक कलानिधि नैथानी की तुरंत बर्खास्तगी की मांग की.
उग्र भीड़ ने आरोप लगाया कि त्रिपाठी ने जिला पुलिस प्रमुख को बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन उनके आग्रह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. हत्या से आक्रोशित परिजनों व समर्थकों ने लखनऊ में पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
Protest against Police after BJP leader Pratyushmani Tripathi was shot dead in Lucknow yesterday pic.twitter.com/w2ya1ZtyrL
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2018
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं.
उनकी पत्नी का कहना है कि वह पांच लोगों के नाम ले रहे थे, जिन्होंने उन पर हमला किया.
उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि त्रिपाठी का छेड़छाड़ की घटना को लेकर कुछ दिन पहले अपने पड़ोसियों से विवाद हो गया था.
अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया, पुलिस के विरोध में नारेबाजी की और लखनऊ पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक कलानिधि नैथानी की तुरंत बर्खास्तगी की मांग की.
उग्र भीड़ ने आरोप लगाया कि त्रिपाठी ने जिला पुलिस प्रमुख को बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन उनके आग्रह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
(आईएएनएस के इनपुट के साथ )