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Friday, 26 April, 2024
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सत्ता दल के विधायक को बचा रही है यूपी पुलिस, भाजपा विधायक को क्लीन चिट के बाद बोली रेप पीड़िता

भदोही से बीजेपी विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी पर वाराणसी की महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है लेकिन पुलिस ने उसे क्लीन चिट दे दी है जबकि उसके भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है.

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भदोही/वाराणसी: वाराणसी की एक महिला के साथ रेप के मामले में पुलिस ने भदोही से बीजेपी विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी समेत उनके चार बेटों को शनिवार को क्लीन चिट दे दी है. इस मामले में पीड़िता ने विधायक समेत परिवार के 7 लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था. पुलिस ने फिलहाल विधायक के भतीजे संदीप तिवारी को मुख्य आरोपी बताते हुए गिरफ्तार किया है लेकिन पीड़िता का कहना है कि इस मामले में विधायक की गिरफ्तारी भी होनी चाहिए, सत्ता पक्ष के विधायक होने के कारण उन्हें बचाया जा रहा है.

दिप्रिंट से बातचीत में पीड़िता ने कहा, ‘एफआईआर में 7 लोगों का नाम था तो गिरफ्तार एक को ही क्यों किया गया है. ये न्याय नहीं है. मुझे न्याय चाहिए. मैं मरते दम तक ये लड़ाई जारी रखूंगी. मैं सबको जेल भिजवाकर रहूंगी. मेरे केस को कमजोर किया जा रहा है. एक तरफ पुलिस ने मेरा पूरा सहयोग देने का वादा किया था दूसरी तरफ सिर्फ संदीप को गिरफ्तार किया गया.’

वहीं पुलिस भदोही के एसपी राम बदन सिंह ने शनिवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा है कि विवेचना में पुलिस को सिर्फ संदीप तिवारी के खिलाफ सबूत मिले हैं, वहीं, बीजेपी विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी व उनके चार बेटों के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं इसीलिए उन्हें क्लीन चिट दे दी गई. वहीं भदोही कोतवाली के इंस्पेक्टर श्रीकांत राय ने बताया कि पीड़िता ने इस मामले में मेडिकल भी नहीं कराया था. इस पर पीड़िता का कहना है कि ये मामला 2017 का इसलिए उसने मेडिकल नहीं कराया था लेकिन उसे मेडिकल से कोई आपत्ति नहीं है.

वाराणसी की रहने वाली एक 35 वर्षीय महिला ने भदोही से बीजेपी विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी समेत उनके परिवार के सात लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था. इस मामले में पीड़िता ने विधायक के भतीजे संदीप तिवारी को मुख्य आरोपी बताते हुए विधायक, उसके बेटे समेत परिवार के सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. लेकिन पुलिस ने संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है और विधायक के बेटे नितेश पर धारा 504 और 506 के तहत धमकाने के आरोप में केस रजिस्टर किया है जबकि विधायक समेत बाकी सभी को क्लीन चिट दी है.

पीड़िता का कहना था कि सभी आरोपियों ने भदोही के एक होटल में उसे डेढ़ महीने तक रखकर लगातर रेप किया और उसे जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में पुलिस ने शनिवार को मुख्य आरोपी विधायक के भतीजे संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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भदोही के एसपी राम बदन सिंह ने शनिवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा है कि विवेचना में पुलिस को सिर्फ संदीप तिवारी के खिलाफ सबूत मिले हैं. वहीं, बीजेपी विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी व अन्य के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं.

अन्य सभी आरोपियों को क्लीन चिट दिए जाने पर पीड़िता के वकील अजीत श्रीवास्तव ने कहा, ‘वे कोर्ट में इस बात को उठाएंगे कि जब एफआईआर 7 लोग के नाम दर्ज की गई थी तो एक की गिरफ्तारी कर बाकी छह को क्लीन चिट क्यों और कैसे दे दी गई है.’

दिप्रिंट से बातचीत में पीड़िता ने बताया कि विधायक के भतीजे संदीप तिवारी के साथ उसका अफेयर था. संदीप शादी का झांसा देकर उससे रेप करता रहा. यहां तक की एक बार उसे गर्भपात भी कराना पड़ा. उसे बार-बार मारने की धमकी दी गई. बीते 9 फरवरी को जब उसने संदीप पर शादी का दबाव बनाया तो उसे फिर से जान से मारने की धमकी दी गई जिसके बाद अगले दिन उसने भदोही पुलिस कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई. पीड़िता के मुताबिक, वह इसलिए चुप रही क्योंकि उसे यकीन था कि संदीप उससे शादी करेगा लेकिन उसने धोखा दिया.

ट्रेन से शुरू हुई थी लव स्टोरी

पीड़िता ने बताया कि 2014 में विधायक के भतीजे संदीप तिवारी से उसकी मुलाकात मुंबई जाते समय ट्रेन में हुई थी जिसके बाद दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई और एक-दूसरे के मोबाइल नंबर साझा किए. इसके बाद मुंबई में मिलने जुलने का सिलसिला शुरू हुआ. पीड़िता के मुताहिक, ‘शादी का झांसा देकर संदीप ने कई साल तक उसका शारीरिक शोषण किया. 2017 यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी के भतीजे संदीप त्रिपाठी ने उसको मुंबई से भदोही बुलाया और वहां के एक होटल में कई दिन तक उसे रखा. होटल में भाजपा विधायक ने उसके साथ रेप किया. उसके बाद विधायक के भतीजों और बेटों ने भी रेप किया.’

शादी का झांसा देकर शोषण

पीड़िता के मुताबिक, ‘मई 2017 में जब मैं भदोही एक होटल में ठहरी थी तो विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने उसके कमरे में आए और रेप किया. मैं रातभर रोती रही. अगले दिन संदीप को पूरी घटना बताई लेकिन उसने चुप रहने को कहा.’

‘मैं घुट-घुट कर जीती रही इस उम्मीद में कि शायद संदीप तो मिल ही जाएगा. मेरे साथ बीजेपी विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी और उनके साथियों संदीप, सचिन, चंद्रभूषण, दीपक, प्रकाश और नीतेश ने एक होटल में एक महीने तक बारी-बारी से बलात्कार किया. मैं संदीप से बहुत प्यार करती थी लेकिन उसने भी धोखा दिया.’

वह आगे कहती हैं, ‘इसके अलावा एक बार जब वह गर्भवती हुई तो जबर्दस्ती उसका गर्भपात करा दिया गया. इसके बावजूद वह हर रोज शादी का वादा करता रहा. बाद में पता चला कि वह पहले से ही शादीशुदा है. वह मुझसे छुपाता रहा.’

पीड़िता से जब दिप्रिंट ने पूछा कि विधायक की ओर से इस पूरे विवाद को राजनीतिक षडयंत्र बताया जा रहा है तो उसने कहा कि वह किसी नेता को नहीं जानती है और न ही ये राजनीति षडयंत्र है. ये शादी के नाम पर ‘रेप’ करने का मामला है. पीड़िता के मुताबिक, उसके पास संदीप के साथ की कई तस्वीरें और चैट हैं जो वह सबूत के तौर पर पुलिस को देगी. पीड़िता का ये भी आरोप है विधायक के परिवार की ओर से केस वापस लेने का दबाव डाला जा रहा है.

पीड़िता है विधवा

पीड़िता मुंबई की रहने वाली हैं और विधवा हैं. उसके पति की मृत्यु 2007 में हुई थी. वह वाराणसी में अपने ससुराल में रहती है. उसके ससुराल की ओर से भी उसे कोई साथ नहीं मिल रहा लेकिन उसके मां-बाप और भाई उसके साथ खड़े हैं.

विधायक ने बंद किया फोन

जब दिप्रिंट की टीम भदोही स्थित विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी के घर पहुंची तो वह मौजूद नहीं थे और उनका फोन भी बंद आ रहा था. विधायक के पुत्र व एफआईआर में नामित दीपक तिवारी ने दिप्रिंट से बताया, ‘वह कहीं शहर से बाहर गए हैं. दीपक के मुताबिक, उनका परिवार हर तरह की जांच के लिए तैयार है. ये विरोधी खेमे की साजिश है. वहीं मुख्य आरोपी संदीप तिवारी विधायक का भतीजा नहीं बल्कि दूर का रिश्तेदार है. उसी के गांव का निवासी है और मुंबई में रहता है. उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है.’

आप सबको सादर अवगत कराना चाहता हूं कि जिले का लुटेरा खनन माफिया, सैकड़ों आपराधिक वारदात का आरोपी, प्रशासन द्वारा चिन्हित…

रवींद्र नाथ त्रिपाठी, विधायक भदोही यांनी वर पोस्ट केले सोमवार, १० फेब्रुवारी, २०२०

आरोपी विधायक ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं इस मामले में किसी भी जांच एजेंसी का सामना करने के लिए तैयार हूं. अगर पुलिस की विवेचना में आरोप सच साबित हुए तो सपरिवार फांसी पर लटकने को भी तैयार हूं. महिलाओं की सुरक्षा मेरा पहला दायित्व. सभी महिलाएं हमारी मां-बहन के बराबर हैं. विधायक का दावा है कि यह सब उनकी लोकप्रियता से घबराकर विरोधी खेमे के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र की तरफ से किया जा रहा है.’

उन्होंने फेसबुक पर कहा है कि विधायक विजय मिश्र के अवैध खनन समेत अन्य भ्रष्टाचार की शिकायत उन्होंने सीएम योगी से की थी तब से वे उनके पीछे पड़ गए हैं.

भदोही के पुलिस अधीक्षक (एसपी) रामबदन सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि पीड़िता बीते 10 फरवरी को खुद उनके पास अपनी शिकायत लेकर आई थी. उसकी शिकायत पर विधायक समेत अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की विवेचना में जुटी हुई है. विवेचना के बाद जिस तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी. भदोही कोतवाली में 376 D, 313, 504, 506 आईपीसी की धारा धोखाधड़ी, झूठ फैलाने आदि के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

बीएसपी से बीजेपी में 

रवींद्रनाथ 2017 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे. वह इससे पहले बीएसपी में थे. वह पेशे से व्यापारी हैं. भदोही में उनका दिव्या मार्केट है जिसमें मैरिज लाॅन समेत कई दुकाने हैं. उनका भदोही जिले के ज्ञानपुर सीट पर बाहुबली नेता व निषाद पार्टी से विधायक विजय मिश्र से काफी दिनों से विवाद चल रहा है. उनके परिवार का आरोप है कि इस साजिश में उनका हाथ हैं.

दिप्रिंट की कोशिश के बावजूद विजय मिश्रा से संपर्क नहीं हो पाया.

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