नई दिल्लीः दिल्ली की एक अदालत ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने के आरोपी आफताब पूनावाला की न्यायिक हिरासत की अवधि शुक्रवार को 14 दिन के लिए बढ़ा दी.
पूनावाला को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत के समक्ष पेश किया गया. 26 नवंबर को मामले की पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने पूनावाला की न्यायिक हिरासत की अवधि 13 दिन के लिए बढ़ा दी थी.
इस बीच, श्रद्धा वालकर के पिता विकास वालकर ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने हमें भरोसा दिलाया है कि हमें न्याय मिलेगा. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी हमें इसका आश्वासन दिया.’
आफताब के साथ बेटी के संबंधों पर मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विकास ने कहा, ‘मैं श्रद्धा और आफताब पूनावाला के संबंधों के खिलाफ था. श्रद्धा के साथ आफताब जो कुछ कर रहा था, मुझे उसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी. मुझे लगता है कि आफताब के घरवालों को सबकुछ मालूम था कि उनका लड़का श्रद्धा के साथ क्या कर रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘आफताब ने श्रद्धा को घर छोड़ने के लिए मनाया था. डेटिंग ऐप्स के जरिए श्रद्धा आफताब के संपर्क में आई थी.’
वहीं, श्रद्धा के पिता की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा, ‘हालांकि, लोगों को डेटिंग-ऐप्स को इस्तेमाल करने का अधिकार है, लेकिन इन डेटिंग ऐप्स की निगरानी की जानी चाहिए. यहां अपराधी और आतंकवादी हो सकते हैं…मुझे लगता है कि चार्जशीट में आफताब के परिवार के सदस्यों को भी नामजद किया जाना चाहिए.’
Shraddha murder case | Though people have the right to use dating apps, these dating apps should be monitored. There can be criminals & terrorists…I think names of Aaftab's family members should be there in chargesheet: Seema Kushwaha, Shraddha's father's lawyer pic.twitter.com/v7xQSNu3H5
— ANI (@ANI) December 9, 2022
विकास ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस और वसई पुलिस की ओर से की गई संयुक्त जांच अच्छी चल रही है. फिर भी वसई पुलिस, नालासोपारा पुलिस ने जांच में ढिलाई दिखाई जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.’
उन्होंने आरोप लगाया कि अगर वसई पुलिस ने उनकी मदद की होती तो ‘श्रद्धा जिंदा होती’.
बता दें कि श्रद्धा के पिता लगातार आफताब के लिए मौत की सज़ा की मांग कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि वसई पुलिस के कारण उन्हें बहुत परेशानी झेलनी पड़ी है.
गौरतलब है कि पूनावाला (28) ने कथित तौर पर श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे और उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगाने से पहले तीन हफ्ते तक दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर 300 लीटर के एक फ्रिज में रखा था.
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