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Saturday, 2 November, 2024
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कोरोनावायरस ने स्कूल-कालेजों के साथ देशभर में कर दी है ‘आयोजनबंदी’

हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अभी तक 84 मामले सामने आए हैं और देश में आपात जैसी स्थिति नहीं है.

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नई दिल्ली: कोरोनावायरस पूरे देश में चिंता का सबब बन गया है. स्कूल-कालेजों से लेकर, आंगानबाड़ी केंद्र, क्रिकेट के आयोजन, सिनेमा हॉल सब पर जहां ताले लटकाए जा रहे हैं वहीं तमाम आयोजन पर रोक लगाई जा रही है. इसके अलावा सरकारी और निजी कंपनियों के कामकाज पर इसका गहरा प्रभाव देखा जा रहा है. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अभी तक 84 मामले सामने आए हैं और देश में आपात जैसी स्थिति नहीं है.

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने वुमेन अंडर-19 टी-20 चैलेंजर ट्रॉफी, वुमेन अंडर-23 नॉकआउट, वुमेन अंडर-23 वन-डे चैलेंजर के सभी मैचों के आयोजन को अगली सूचना तक रोक दिया है.

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि ‘हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हर हफ्ते स्थिति का जायज़ा लिया जाएगा. हम आईपीएल को होस्ट करना चाहते हैं पर साथ ही लोगों की सुरक्षा को लेकर भी चिंतिंत हैं.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण इस साल होने वाली गुड़ी पड़वा उत्सव रैली पर रोक लगाने का फैसला लिया है.

पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड में कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए राज्य में संचालित सभी आंगनबाडी एवं मिनी आंगनबाडी केंद्र 31 मार्च 2020 तक बंद करने के आदेश हैं.

अयोजन बंदी के क्रम में 3 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाला पद्म पुरस्कार समारोह को भी स्थगित कर दिया गया है.

पंजाब में तमाम सार्वजनिक स्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है. पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा है कि सभी सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल 31 मार्च तक बंद रहेंगे. राज्य में इस अवधि के दौरान किसी भी खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा.

सिद्धू ने बताया कि राज्य में कोरोनावायरस का केवल एक मामला सामने आया है. व्यक्ति का स्वास्थ्य अब स्थिर है.

बाम्बे उच्च न्यायालय जरूरी मामलों की ही सुनवायी करेगा

बम्बई उच्च न्यायालय ने शनिवार को कहा कि कोरोनावायरस प्रकोप के मद्देनजर अदालत का कामकाज 16 मार्च से एक सप्ताह तक जरूरी मामलों की सुनवायी तक ही सीमित होगा.

अदालत ने कहा कि इस अवधि के दौरान अस्थायी एवं अंतरिम राहत आदेश देना जारी रहेगा.

उच्च न्यायालय रजिस्ट्रार जनरल की ओर से जारी एक परिपत्र में कहा गया कि केंद्र एवं महाराष्ट्र सरकार ने जारी परामर्श में लोगों से एक स्थान पर नहीं जुटने को कहा गया है.

परिपत्र में कहा गया, ‘कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने निर्देश दिया है कि उच्च न्यायालय की अदालतों के साथ ही नागपुर, औरंगाबाद और गोवा में बम्बई उच्च न्यायालय की पीठों का 16 मार्च, 2020 से कामकाज एक सप्ताह तक केवल जरूरी मामलों तक ही सीमित होगा.’

इसमें कहा गया, ‘वकील, वादी और पक्षकार के तौर पर व्यक्ति अपने मामले संबंधित अदालतों के समक्ष जरूरी के तौर पर उल्लेखित कर सकते हैं, अदालत ऐसे मामलों की सुनवायी करेगी.’

फिलहाल की स्थिति के अनुसार महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 20 पुष्ट मामले सामने आये हैं.

आईआईटी खड़गपुर, आईआईईएसटी शिवपुर ने 31 मार्च तक शैक्षणिक गतिविधियां टालीं

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर, भारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईईएसटी) शिवपुर ने कोरोनावायरस के खतरे के चलते 31 मार्च तक एहतियातन सभी शैक्षणिक गतिविधियों को स्थगित कर दिया.

आईआईटी खड़गपुर के निदेशक वीके तिवारी ने बताया कि परिसर में रहे रहे छात्रों और निवासियों को बाहर नहीं जाने की सलाह दी गई है जबकि बाहर रहने वाले छात्रों को घर में ही रहने को कहा गया है.

उन्होंने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि अगली सूचना तक सभी संगोष्ठी, सम्मेलन और कार्यशालाएं स्थगित रहेंगी. परिसर में प्रवेश सुरक्षाकर्मी नियंत्रित करेंगे.

तिवारी ने कहा कि छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की सुविधाएं जारी रहेंगी.

आईआईईएसटी शिवपुर के रजिस्ट्रार विमान बंदोपाध्याय ने बताया कि संस्थान ने 31 मार्च तक सभी कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं और छात्रों को परिसर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है.

विश्व भारती विश्वविद्यालय ने भी शुक्रवार को विदेशी छात्रों को छोड़ सभी छात्रों को तुरंत छात्रावास खाली करने का निर्देश दिया.

आरएसएस ने रद्द किया आयोजन

वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) ने अपनी सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की रविवार से शुरू होने वाली वार्षिक बैठक स्थगित कर दी है. बेंगलुरू में होने वाले अपने कार्यक्रम को रद्द कर दिया है.

आरएसएस की 15 से 17 मार्च तक होने वाली इस बैठक में करीब 1,500 सदस्यों को भाग लेना था.

आरएसएस सरकार्यवाह सुरेश जोशी ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘महामारी कोविड-19 की गंभीरता तथा केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशा निर्देश एवं परामर्शों को देखते हुए बेंगलुरु में होने वाली एबीपीएस की बैठक को स्थगित कर दिया गया है.’

अब तक 84 मामले

स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार ने बताया कि भारत में अब तक कोरोनावायरस के 84 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 10 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है. इन सभी के संपर्क में आने वाले 4000 से ज्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है.

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

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