नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनावायरस के पूरी दुनिया में बढ़ते प्रभाव को देखते हुए महामारी घोषित कर दी है. अमेरिका ने भी यूरोपीय देशों से आने वाले लोगों के लिए यात्रा प्रतिबंध कर दिया है. व्हाइट हाउस की तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया कि यात्रा प्रतिबंध उन विदेशी नागरिकों पर लागू होता है जो पिछले 14 दिनों में 26 यूरोपीय देशों में सीमा समझौते के साथ रहे हैं. इन प्रतिबंधों से छूट, जैसे कि अमेरिकी नागरिक, सीमित हवाई अड्डों के लिए निर्देशित किए जाएंगे जहां स्क्रीनिंग हो सकती है.
The travel restriction applies to foreign nationals who have been in 26 European countries with open borders agreements, in the last 14 days.
Those exempt from these restrictions, such as U.S. citizens, will be directed to limited airports where screening can take place.— The White House (@WhiteHouse) March 12, 2020
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगले 30 दिनों के लिए हम यूरोप से यूएस आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाएंगे. नए नियम शुक्रवार रात से लागू होंगे.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष टेड्रॉस गेब्रेयेसस ने जेनेवा में संवाददाताओं को बताया, ‘कोविड-19 को अब महामारी कहा जा सकता है.’ उन्होंने कहा कि हमने कोरोना की ऐसी महामारी कभी नहीं देखी है.
भारत ने कोरोनावायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से 15 अप्रैल तक सभी पर्यटन वीजा निलंबित कर दिए हैं. सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह निलंबन 13 मार्च को रात जीएमटी 12 बजे से प्रभावी होगा. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई मंत्री समूह की बैठक में यह फैसला लिया गया.
बयान में कहा गया है, ‘राजनयिक, आधिकारिक, संयुक्त राष्ट्र/ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, कामकाजी और प्रोजेक्ट वीजा के अलावा सभी मौजूदा वीजा 15 अप्रैल, 2020 तक निलंबित किए जाते हैं. यह 13 मार्च, 2020 की जीएमटी समयानुसार दोपहर 12 बजे से सभी प्रस्थान बिन्दुओं पर प्रभावी होगा.’
ओसीआई कार्डधारकों को प्राप्त वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा भी 15 अप्रैल तक के लिए रोक दी गयी है.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि यदि कोई विदेशी नागरिक आपात स्थिति में भारत की यात्रा करना चाहता है तो वह अपने देश में स्थित भारतीय मिशन से संपर्क कर सकता है.
सरकार ने महामारी अधिनियम लागू करने का आह्वान किया
कोरोनावायरस फैलने के खतरे के बीच कैबिनेट सचिव ने बुधवार को कहा कि सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को महामारी अधिनियम 1897 के खंड दो को लागू करना चाहिए ताकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी परामर्श लागू किये जा सकें. कैबिनेट सचिव द्वारा आहूत बैठक में यह निर्णय लिया गया.
बैठक में संबंधित विभागों के सचिव, सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रतिनिधियों समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय को सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को महामारी अधिनियम 1897 के खंड दो को लागू करने का सुझाव देना चाहिए ताकि स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय/राज्य/संघ शासित प्रदेश द्वारा समय समय जारी सभी परामर्श लागू किये जा सकें.’
एअर इंडिया ने रोम, मिलान, सियोल के लिए अपनी उड़ानें अस्थाई रूप से निलंबित की
एअर इंडिया ने बुधवार की रात कहा कि वह रोम, मिलान और सिओल के लिए अपनी उड़ानें अस्थाई रूप से बंद कर रही हैं.
विमानन कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि रोम (इटली) के लिए सेवाएं 15 से 25 मार्च तक बंद रहेंगी. वहीं मिलान (इटली) और दक्षिण कोरिया की राजधानी के लिए उड़ानें 14 से 28 मार्च तक निलंबित रहेंगी.
सरकार की ओर से सभी पर्यटक वीजा 15 अप्रैल तक के लिए निलंबित किए जाने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है.
भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 60 हुए, सरकार ने क्रूज के प्रवेश पर रोक लगायी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के 10 नये मामल सामने आये जिससे बुधवार को ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 60 हो गई. हालांकि भारत ने कोरोना वायरस प्रभावित देशों की यात्रा इतिहास वाले अंतरराष्ट्रीय क्रूज, चालक दल या यात्रियों के प्रवेश पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है.
बहरहाल राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार पुष्ट मामलों की संख्या 65 तक हो सकती है.
ऐसे में जब संक्रमण ने देश में अपना पैर फैलाना जारी रखा है, राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए कई कदम उठाये हैं.
कर्नाटक सरकार ने एक अभियान शुरू किया जिसे ‘नमस्ते ओवर हैंडशेक’ नाम दिया गया है. यह वायरस का प्रसार फैलने से रोकने के लिए लोगों को पारंपरिक भारतीय शैली में अभिवादन करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
ऐसे में जब संक्रमित मामलों की संख्या का बढ़ना जारी है, वैश्विक स्तर पर 119,400 से अधिक पुष्ट मामले सामने आए हैं जिनमें से अब तक 4,300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. भारत ने कोरोनो वायरस प्रभावित देशों की एक फरवरी 2020 के बाद यात्रा इतिहास वाले अंतरराष्ट्रीय क्रूज, चालक दल या यात्रियों के अपने प्रमुख बंदरगाहों प्रवेश पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है.
सरकार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रूज को केवल उन बंदरगाहों पर इजाजत दी जाएगी जहां यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा होगी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में एक बयान देते हुए कहा कि इटली और ईरान में स्थिति ‘बहुत चिंता का कारण’ है और सरकार उपयुक्त जांच और स्क्रीनिंग के बाद भारतीयों को वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है.
उन्होंने कहा कि भारतीयों की स्क्रीनिंग के लिए एक मेडिकल टीम कल इटली रवाना होगी.
जयशंकर ने कहा कि यह बीमारी लगभग 90 देशों में फैल गई है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार दुनियाभर से भारतीयों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करती है तो इससे केवल अफरातफरी मचेगी.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)