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Friday, 22 November, 2024
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कोरोनावायरस की चिंता के बीच शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी, सेंसेक्स 1009 प्वांइट और निफ्टी 294 अंक गिरा

चीन से फैले कोरोनावायरस का असर अब वैश्विक बाजार पर भी दिखने लगा है. जिसकी वजह से शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है.

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मुंबई: कोरोना वायरस के महामारी का रूप लेने की आशंका के बीच लगातार पांच दिनों से गिरावट देख रहा शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी दिन धड़ाम हो गया. शुक्रवार को बाजार खुलते ही बाजार पूरी तरह से धाराशाई होता दिखा और 1009 प्वाइंट गिरकर 38,686 पर पहुंच गया. वहीं निफ्टी भी 294 अंक गिरकर 11338 पर पहुंच गया है.

चीन से फैले कोरोनावायरस का असर अब वैश्विक बाजार पर भी दिखने लगा है. जिसकी वजह से शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि पिछले पांच दिनों से निवेशक तेजी से बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं. यही नहीं अमेरिका का शेयरबाजार भी पिछले दस वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है. अमेरिका के शेयर बाजार में यह गिरावट 2008 की मंदी में देखने को मिली थी.

सप्ताह के आखिरी दिन शेयर बाजार का हाल

सेंसेक्स जहां 1009 प्वाइंट गिरकर 38736.65 पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी भी 50 इंडेक्स 294 अंक गिरकर 11,338 के स्तर पर खुला, जबकि बैंक निफ्टी के हालात भी अच्छे नहीं रहे वह भी 742 अंक गिरा और यह 29444 पर खुला

शेयर बाजार में दिग्गज माने वाले सभी शेयर्स लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं. जिसमें टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, जेएसडब्लू स्टील, हिंडाल्को, वेदांता, टेक महिंद्रा और इंफ्राटेल शामिल हैं.

बृहस्पतिवार को भी कोरोनावायरस के चलते वैश्विक बाजार में मंदी देखने को मिली थी. शेयर बाजारों में गुरुवार को भी कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला देखा गया था. बैंक, सूचना प्रौद्योगिकी और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 143 अंक और नीचे आ गया.

कारोबारियों ने कहा कि फरवरी माह के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहा.

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 465.69 अंक टूटने के बाद अंत में 143.30 अंक या 0.36 प्रतिशत के नुकसान से 39,745.66 अंक पर बंद हुआ.

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.20 अंक या 0.39 प्रतिशत के नुकसान से 11,633.30 अंक पर आ गया. इस तरह पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,577.34 अंक नीचे पहुंच गया था.

गुरुवार को जहां सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सबसे अधिक गिरावट दर्ज हुई. एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे. वहीं दूसरी ओर सनफार्मा, टाइटन, एशियन पेंट्स और एक्सिस बैंक के शेयर चढ़ गए थे.

निवेश का सुरक्षित विकल्प मानी जाने वाली संपत्तियों मसलन सोना और अमेरिकी बांड मजबूत हुए हैं. वहीं दुनियाभर के बाजार नीचे आए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका कोविड-19 को और फैलने से रोकने के लिए प्रयास कर रहा है.

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख बुनियादी शोध (निवेश सेवाएं)-एवीपी (इक्विटी अनुसंधान) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार नकारात्मक दायरे में रहे. कोरोना वायरस को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ी है. वे सोना और बांड जैसे सुरक्षित विकल्पों का रुख कर रहे हैं.

चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर, 2019 की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है. इससे भी धारणा प्रभावित हुई.

सरकार दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े शुक्रवार को जारी करेगा. कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जोरदार बिकवाली से भी खुदरा निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है.

शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार इस सप्ताह एफपीआई ने शुद्ध रूप से 6,812.57 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं.

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