नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम: केरल के तिरुवनंतपुरम में सचिवालय में आग लगने की घटना को लेकर कांग्रेस-बीजेपी ने प्रदर्शन किया है. आरोप लगाया है कि सोना तस्करी (गोल्ड स्मगलिंग) मामले की फाइलों को जलाने के लिए आग को षडयंत्र के तहत लगाया गया.
वहीं तिरुवनंतपुरम में सचिवालय में आग लगने की घटना के खिलाफ कोझीकोड में प्रदर्शन कर रहे यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. वे कोझीकोड पुलिस प्रमुख के कार्यालय की ओर मार्च कर रहे थे जब पुलिस ने उन्हें रोका. घायल को अस्पताल ले जाया गया.
BJP and Congress held protest outside the Secretariat yesterday alleging that the incident of fire was a conspiracy to destroy evidence in #GoldSmugglingCase https://t.co/jpy6O4lHxr
— ANI (@ANI) August 25, 2020
सचिवालय में लगी आग, काबू पाया गया
केरल सचिवालय के उत्तरी ब्लॉक स्थित प्रोटोकॉल विभाग में मंगलवार की शाम को आग लगी थी.
अग्निशमन एवं बचाव विभाग के सूत्रों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है.
सूत्रों ने कहा कि विभाग को शाम करीब पौने पांच बजे आग लगने की सूचना मिली और तत्काल अग्निशमन वाहन मौके पर भेजे गए थे.
सचिवालय में रखरखाव प्रकोष्ठ के अतिरिक्त सचिव पी हनी ने कहा है कि एक कंप्यूटर में शॉर्ट सर्किट होने के कारण आग लगने का संदेह है, जिसे बुझा दिया गया है.
अधिकारी ने एक न्यूज चैनल से कहा, ‘कोई भी महत्वूपर्ण फाइल नष्ट नहीं हुई है. वे सभी सुरक्षित हैं. हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है.’
कांग्रेस नेताओं ने विजयन के इस्तीफे की मांग करते हुए रखा था उपवास
इससे पहले केरल में कांग्रेस के नेताओं ने सोने की तस्करी के मामले समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के इस्तीफे की मांग करते हुए सोमवार को एक दिवसीय उपवास रखा था. सोने की तस्करी के मामले में विजयन के पूर्व प्रधान सचिव को निलंबित कर दिया गया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एम रामचंद्रन ने यहां प्रदेश पार्टी मुख्यालय में उपवास रखा जबकि जिला इकाइयों के प्रमुखों ने अपने अपने कार्यालयों में प्रदर्शन किया था. पार्टी ने विजयन पर हमला तेज कर दिया गया है और आरोप लगाया है कि उनका कार्यालय सोने की तस्करी में संलिप्त है.
पार्टी के इस प्रदर्शन से एक ही दिन पहले उसकी अगुवाई वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) द्वारा विजयन के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा में 40 के मुकाबले 87 वोटों से गिर गया था.
(एएनआई और भाषा के इनपुट्स के साथ)