भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 22 जनवरी को पुणे में उद्योगपतियों से मिलेंगे और उन्हें मध्य प्रदेश में निवेश करने तथा फरवरी में होने वाले आगामी वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएस) में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भोपाल में आयोजित होने वाले जीआईएस का उद्देश्य मध्य प्रदेश को भारत में अग्रणी औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करना है.
राज्य सरकार ने पहले ही मुंबई, कोयंबटूर और बैंगलोर में सफल निवेश अभियान चलाए हैं, जिसमें महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
राज्य को रिलायंस, जेएसडब्ल्यू, एलएंडटी और गोदरेज सहित 41 औद्योगिक समूहों से 75,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. इन परियोजनाओं से रक्षा, आईटी और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में 1 लाख रोज़गार सृजित होने का वादा किया गया है.
टीईए और सिमा सहित 20 से अधिक औद्योगिक संगठनों के साथ चर्चा ने टेक्सटाइल और इंजीनियरिंग पर ध्यान केंद्रित करते हुए 3,500 करोड़ रुपये के निवेश का मार्ग प्रशस्त किया है.
3,200 करोड़ रुपये के प्रस्ताव सामने आए, जिसमें गूगल क्लाउड ने स्टार्टअप हब की योजना बनाई और एनवीडिया ने मध्य प्रदेश को “भारत की इंटेलिजेंस कैपिटल” बनाने का प्रस्ताव दिया. नैसकॉम और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड जैसी एयरोस्पेस फर्मों ने भी रुचि दिखाई.
पुणे सत्र में प्रमुख हस्तियों के आकर्षित होने की उम्मीद है, जिससे राज्य के औद्योगिक विकास को और बढ़ावा मिलेगा.
डॉ. यादव की पहल रोज़गार सृजन और एक मजबूत अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.