नई दिल्लीः कर्नाटक के राजनीतिक हलकों में एक बार फिर से नाटक शुरू हो गया है. मंगलवार 14 जनवरी को दो निर्दलीय विधायकों ने एक के बाद एक राज्य सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया. वहीं भाजपा के 104 विधायक मानेसर के एक रिसॉर्ट में क्रिकेट खेलते देखे गए हैं. कांग्रेस के पांच विधायक भी पिछले कई दिनों से गायब हैं. कर्नाटक के सियासी हलकों में मचे इस घमासान का सीधा आरोप भाजपा पर लगाया जा रहा है.
राज्य के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि जिन दोनों विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लिया है, इसके पीछे भाजपा का पावर और पैसा है. पार्टी विधायकों को पैसे के बल पर अपनी तरफ खींच रही है जिससे मौजूदा सरकार में अस्थिरता आ जाए.
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि दोनों विधायकों के समर्थन लेने के बाद सरकार की हालत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने कहा, ‘मैं रिलैक्स्ड हूं, मुझे मेरी ताकत के बारे में पता है.‘
कुमारस्वामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा,’ मीडिया में पिछले कुछ दिनों से जो कुछ भी चल रहा है मैं उससे काफी खुश हूं.
कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद निर्दलीय विधायक आर शंकर ने कहा कि मैं मकर संक्राति के दिन सरकार बदलना चाहता हूं. सरकार शक्तिशाली है इसलिए मैं इससे अपना समर्थन वापस ले रहा हूं. वहीं दूसरे विधायक एच नागेश ने सरकार के अस्थिर होने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार अच्छी और स्थिर होनी चाहिए लेकिन कुमारस्वामी राज्य को स्थिरता देने में पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं. नागेश ने कुमारस्वामी पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘वह अपने गठबंधन के साथियों को मिला कर नहीं चल सके हैं. इसलिए मैंने निर्णय लिया है कि मैं भाजपा के साथ काम करूंगा. और मैं कहना चाहता हूं कि भाजपा की सरकार राज्य के विकास के लिए अच्छा काम करेगी.’
कर्नाटक में हैं 224 सदस्यीय विधानसभा
कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 104 विधायक, कांग्रेस के 79, जद एस के 37, बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक हैं. कर्नाटक में कांग्रेस और जदएस के गठबंधन से चल रही सरकार में बसपा के साथ केपीजेपी और निर्दलीय विधायक भी समर्थन कर रहे हैं.
मानेसर के रिसॉर्ट में भाजपा के विधायक खेल रहे हैं क्रिकेट
बता दें कि बीते एक दिन से भाजपा के 104 विधायकों में 99 दिल्ली से सटे गुरुग्राम के मानेसर के एक रिसॉर्ट में डेरा डाले हुए हैं. राज्य में भाजपा प्रमुख और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा,’ कुमारस्वामी की पार्टी जनता दल सेक्युलर भाजपा के विधायकों को तोड़ने में जुटी थी जिसकी वजह से पार्टी ने अपने विधायकों को मानेसर के एक रिसॉर्ट में रखा हुआ है. उन्होंने कहा,’ भाजपा के विधायक अभी कुछ दिन दिल्ली में हैं. बता दें कि कांग्रेस के भी पांच विधायक भी कई दिनों से लापता हैं.
सिद्धारमैया बोले भाजपा राज्य सरकार को अस्थिर करने में जुटी
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल दागा है। उन्होंने पूछा, ‘कर्नाटक के भाजपा नेताओं को राज्य सरकार को ‘अस्थिर’ करने की अनुमति क्यों दी जा रही है? पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘मिस्टर साफ नीयत’ नरेंद्र मोदी, क्या कर्नाटक के अपने बुरे भाजपा के नेताओं को सरकार को अस्थिर करने की अनुमति देना लोकतंत्र के प्रति एक ‘साफ’ नीयत है?’
मोदी सरकार के नारे ‘साफ नीयत, सही विकास’ का उपहास उड़ाने वाला सिद्धारमैया का ट्वीट दक्षिणी राज्य के सिंचाई मंत्री डी.के. शिवकुमार के यह आरोप लगाने के एक दिन बाद सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा द्वारा कांग्रेस विधायकों को अपनी तरफ किए जाने की कोशिश की जा रही है.
भाजपा की कर्नाटक इकाई ने कांग्रेस के दावों को नकार दिया है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ने अपने 104 राज्य विधायकों में से 99 को गुरुग्राम के एक निजी रिसॉर्ट में भेज दिया है.
भाजपा के कर्नाटक के प्रवक्ता वामनाचार्य ने बताया, ‘वर्तमान में कुल 99 विधायक एक निजी रिसॉर्ट में हैं, जबकि अन्य पांच दिल्ली में हैं और हमारे संपर्क में हैं.’
उन्होंने कहा, ‘गठबंधन सहयोगियों कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) के बुरे इरादों के चलते हमारे विधायकों को रिसॉर्ट में रखा गया है.’