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Monday, 6 May, 2024
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3 जनवरी से 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को लगेगी कोविड वैक्सीन-पीएम मोदी  

पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत में भी कई लोगों के ओमीक्रॉन से संक्रमित होने का पता चला है. मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि पैनिक ना हों, सावधान और सतर्क रहें.

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नई दिल्ली: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित कर 3 जनवरी से 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू करने की घोषणा की. साथ ही पीएम ने 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एहतियाती खुराक देने की भी बात कही है.

पीएम मोदी ने कहा कि ‘हम 3 जनवरी, 2022 से 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू करने के लिए तैयार हैं. यह न सिर्फ कोविड के खिलाफ हमारी लड़ाई को मजबूत करेगा बल्कि स्कूलों और कॉलेजों में हमारे छात्रों को स्वास्थ्य के लिहाज से भी मदद करेगा.’

उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारे अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं ने महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि हम 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एहतियाती खुराक के साथ शुरुआत करेंगे.’

पीएम ने 60 वर्ष से ऊपर की आयु के कॉ-मॉरबिडिटी वाले नागरिकों को, डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की एहतियाती खुराक का विकल्प उपलब्ध होने की भी घोषणा की है जिसकी शुरूआत 10 जनवरी से होगी.

पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत में भी कई लोगों के ओमीक्रॉन से संक्रमित होने का पता चला है. मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि पैनिक ना हों, सावधान और सतर्क रहें. मास्क और हाथों को थोड़ी-थोड़ी देर पर धुलना, इन बातों को याद रखें. हाथों को थोड़ी थोड़ी देर में धोना भूलना नहीं है.’

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उन्होंने आगे कहा कि ‘आज देश में 18 लाख आइसोलेशन बेड, 5 लाख ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 1.4 लाख आईसीयू बेड और बच्चों के लिए 90,000 स्पेशल बेड हैं. आज, हमारे पास 3,000 से अधिक फंक्शनल पीएसए ऑक्सीजन प्लांट हैं और सभी राज्यों को 4 लाख सिलेंडर दिए गए हैं.’

पीएम ने कहा कि ‘कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ाई का अब तक का अनुभव यही बताता है कि व्यक्तिगत स्तर पर सभी दिशानिर्देशों का पालन, कोरोना से मुकाबले का बहुत बड़ा हथियार है और दूसरा हथियार है वैक्सिनेशन.’

उन्होंने कहा कि ‘सभी सावधानियों का ध्यान रखना और टीकाकरण महामारी से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है. हमारे देश ने बहुत पहले ही वैक्सीन विकास पर मिशन मोड पर काम करना शुरू कर दिया था.’

पीएम ने कहा कि ‘वैक्सीन पर शोध के अलावा, हम अनुमोदन प्रक्रियाओं, आपूर्ति श्रृंखलाओं, वितरण, प्रशिक्षण, आईटी सहायता प्रणाली और प्रमाणन पर भी काम कर रहे थे. इन्हीं कोशिशों से भारत ने 16 जनवरी से अपने नागरिकों का टीकाकरण शुरू किया.’

उन्होंने कहा कि ‘आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है.इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है.’


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