रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए अधिकारियों को वहां फंसे राज्य के पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
बुधवार रात एक बयान में साय ने कहा, ”मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि छत्तीसगढ़ के कुछ पर्यटक इस समय नेपाल में हैं. उनकी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मैंने संबंधित अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं तथा भारत सरकार के अधिकारियों के साथ मिलकर उनकी सकुशल वापसी सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.”
साय ने कहा है, ”इस कठिन समय में हमारी सरकार हर नागरिक की सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.”
यह स्थिति 8 सितंबर, 2025 को काठमांडू और पोखरा, बुटवल और बीरगंज सहित अन्य प्रमुख शहरों में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच उत्पन्न हुई. सरकार ने कर राजस्व और साइबर सुरक्षा को लेकर चिंताओं का हवाला देते हुए प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया था.
अब तक, सुरक्षा बलों के साथ झड़पों में 30 लोग मारे गए हैं और 1000 से ज़्यादा घायल हुए हैं. नेपाली सेना द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काठमांडू सहित कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो शुक्रवार सुबह तक जारी रहेगा.
प्रदर्शनकारी शासन में “संस्थागत भ्रष्टाचार और पक्षपात” को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. वे चाहते हैं कि सरकार अपनी निर्णय लेने की प्रक्रिया में अधिक जवाबदेह और पारदर्शी हो.
जनता की निराशा तब और बढ़ गई जब सोशल मीडिया पर “नेपो बेबीज़” ट्रेंड ने राजनेताओं के बच्चों की विलासितापूर्ण जीवनशैली को उजागर किया और उनके और आम नागरिकों के बीच आर्थिक असमानता को उजागर किया.