भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत 94,234 छात्रों के खातों में 235 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. इस योजना के तहत हर छात्र को 25 हज़ार रुपये दिए गए. सीएम ने कहा कि यह कार्यक्रम खास है, क्योंकि सरकार का दायित्व है कि बच्चों को सक्षम बनाए और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर दे. उन्होंने कहा कि इस योजना में 40% बेटे और 60% बेटियां शामिल हैं, यह बेटों के लिए चुनौती है कि वे भविष्य में बेहतर करें.
सीएम ने कहा कि सीमित संसाधनों में भी सरकारी स्कूल के बच्चे अच्छा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 15 साल में 4 लाख से अधिक बच्चों को इस योजना का लाभ मिला है और 1080 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि जो छात्र आगे बेहतर करेंगे, उन्हें इलेक्ट्रिक स्कूटी भी दी जाएगी. सरकार मेडिकल पढ़ाई के लिए 80 लाख रुपये तक खर्च करने को तैयार है. मेडिकल कॉलेजों की फीस भी सरकार वहन करेगी और इंटर्नशिप के बाद मेडिकल ऑफिसर बनाकर समाज सेवा का अवसर दिया जाएगा। इस साल प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 36 होगी, जो दो साल में 50 हो जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सिर्फ डॉक्टर बनने वालों की ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र के बच्चों की मदद करेगी. उन्होंने कहा कि जब बच्चों से पूछा गया कि वे क्या बनना चाहते हैं, तो किसी ने डॉक्टर, किसी ने आईएएस, आईपीएस, प्रोफेसर, तो किसी ने इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बनने की बात कही. उन्होंने कहा कि आज मोबाइल के जरिये गांवों तक डिजिटलीकरण का असर पहुंच चुका है. गांवों की तस्वीर बदली है, सड़कें बनी हैं और खाते खुलने से पैसे सीधे लोगों तक पहुंच रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए नेता, किसान और जवान भी जरूरी हैं. युवाओं को हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगले साल से कोशिश की जाएगी कि राशि न देकर सीधे लैपटॉप दिए जाएं. इस बार 15 लाख साइकिलें भी वितरित की जाएंगी. सीएम ने कहा कि सरकार अंगदान को भी प्रोत्साहित कर रही है. अगर कोई अंगदान करता है, तो उसे गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा, ताकि समाज में अंगदान को बढ़ावा मिल सके.