रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवानों की मौत हो गई तथा 30 अन्य जवान घायल हो गए हैं. वहीं 15 से अधिक जवान अभी भी लापता हैं. पांच में से दो जवानों के शव रिकवर कर लिए गए हैं.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है.
बस्तर आईजी सुंदरराज ने बताया कि घटनास्थल के आसपास नक्सलियों के बटालियन की टीम के मौजूद होने का अभी भी अंदेशा है. बैकअप पार्टी सावधानी से आगे बढ़ रही है.
राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने बताया कि बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए हैं तथा 30 अन्य जवान घायल हैं.
पाल ने बताया कि शुक्रवार की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था.
उन्होंने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर सुकमा जिले के जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन तथा तर्रेम के सुरक्षा बलों के मध्य मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली.
पाल ने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवानों तथा डीआरजी के दो जवानों (कुल पांच जवानों) की मृत्यु हुई है. इस दौरान 30 जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों में से सात जवानों का रायपुर के अस्पताल में तथा 23 जवानों का इलाज बीजापुर के अस्पताल में किया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है. मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुठभेड़ में पांच जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया है.
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बघेल ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा है, ‘सुरक्षा बलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. हमारे जवानों ने शौर्य का परिचय देते हुए नक्सलियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. नक्सलियों के विरूद्ध सुरक्षा बल और भी तेजी से अभियान चलाएंगे.’
मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
इस वर्ष मार्च माह की 23 तारीख को नक्सलियों ने नारायणपुर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर बस को उड़ा दिया था. इस घटना में बस में सवार डीआरजी के पांच जवान शहीद हो गए थे.
(पृथ्वीराज सिंह और भाषा के इनपुट्स के साथ)
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