रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के ओएसडी रह चुके ओपी गुप्ता के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली किशोरी और उसके पिता के अचानक लापता होने की खबर सामने आई है. राजनांदगांव पुलिस के अनुसार किशोरी पिछले 9 दिनों से अपने मोहला थाना स्थित निवास से लापता है.
स्थानीय पुलिस ने इस बात की पुष्टि करते हुए यह माना है कि पीड़िता और उसके पिता के लापता होने के पीछे ओपी गुप्ता का हाथ हो सकता है और कहा कि जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा.
हालांकि दिप्रिंट द्वारा संपर्क किये जाने पर राजनांदगांव एसपी बीएस ध्रुव ने यह कहकर कुछ बताने से इनकार कर दिया कि पीड़िता अभी नाबालिग है इसलिए उससे संबंधित जानकारी साझा नही की जा सकती. लेकिन मोहला थाना प्रभारी नीलेश पांडेय का कहना था की मामले में प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि लड़की और उसके पिता के गुमशुदगी के पीछे उसके द्वारा की गई गुप्ता की शिकायत एक अहम कारण है.
पांडेय ने बताया, ‘जांच में अवश्य रूप से कुछ अहम सुराग मिले हैं. पुलिस को इसकी लिखित शिकायत लड़की के भाई मोचीराम द्वारा गुप्ता के खिलाफ 9 मार्च को दी गयी थी लेकिन केस विवेचना के बाद 17 मार्च को दर्ज किया गया है.’
गुमशुदा नाबालिग लड़की के मामले में राजनांदगांव पुलिस ने चार व्यक्तियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता पाई है. पांडेय ने बताया कि ‘पुलिस ने पीड़िता के अपरहण के संबंध में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है लेकिन अभी उनसे संबंधित पूरी जानकारी साझा नहीं की जा सकती क्योंकि तफ्तीश जारी है.’
जानकारी के अनुसार लड़की के भाई की शिकायत के बाद पुलिस द्वारा जब एफआईआर दर्ज नहीं किया गया तो एक स्वयंसेवी संस्थान ने एसएसपी को पत्र लिखकर जानकारी दी कि पीड़िता पर बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है और उसके जान को खतरा भी हो सकता है. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और केस दर्ज किया गया.
स्वयंसेवी संस्था की ओर से लिखे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि राजनांदगांव के जल विहार कॉलोनी स्थित आश्रय गृह में पुलिस संरक्षण में रखी गयी किशोरी से किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है और बताया जा रहा है कि वह किसी से मिलना नहीं चाहती लेकिन ऐसा लग रहा है की वह लापता हो गयी है. संस्था ने दावा किया कि किशोरी के साथ ही उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्य भी लापता हैं. पीड़िता के भाई के अनुसार किशोरी 9 मार्च से लापता है लेकिन संस्था ने अपने पत्र में किशोरी और उसके परिवार को 4 मार्च से लापता बताया है.
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ज्ञात हो कि किशोरी का 20 मार्च को कोर्ट में बयान होना है. पुलिस ने आरोपी ओपी गुप्ता को 8 जनवरी को पीड़िता के शिकायत पर गिरफ्तार किया था.
क्या है मामला
ओपी गुप्ता को रायपुर महिला थाना पुलिस ने 8 जनवरी को नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के आरोप में पीड़िता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद गिरफ्तार किया था. आरोपी के खिलाफ की गयी शिकायत में बताया गया है कि राजनांदगांव जिले के एक गांव की रहने वाली किशोरी को उसके पिता ने पढ़ाई के लिए 2016 में ओपी गुप्ता के रायपुर स्थित राजेंद्र नगर के आवास पर छोड़ दिया था.
लेकिन शिकायत के अनुसार छात्रा आरोपी के घर घरेलू काम के साथ साथ गुप्ता दम्पत्ति की मालिश करने का काम भी किया करती थी. उस समय वह 8वीं कक्षा की छात्रा थी. गुप्ता पर आरोप है कि उसने 2016 से दिसंबर 2019 के बीच पीड़िता का कई बार यौन शोषण किया गया.