नई दिल्ली : केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को ‘अंगीकार अभियान’ की शुरुआत की. इसके तहत केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली उज्ज्वला से लेकर उजाला जैसी योजनाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) से जोड़ा जाएगा. इस अभियान के तहत ऐसी केंद्रीय योजनाओं का लाभ उठा रहे लोगों के ‘व्यवहार में बदलाव’ लाने का प्रयास किया जाएगा.
अंगीकार के बारे में मीडिया को दी गई जानकारी में कहा गया कि गांधी ने साफ, स्वस्थ और कूड़े से मुक्त भारत का सपना देखा था. उनकी 150वीं जयंती आ रही है और नए भारत के लिए उनके आदर्श आज भी प्रेरणा के श्रोत हैं. इन्हीं आदर्शों को ध्यान में रखते हुए पीएम आवास योजना (शहरी) के तहत अंगीकार को लॉन्च किया गया. योजना का लाभ पाने वालों के सामाजिक व्यवहार में बदलाव का प्रयास किया जाएगा.
इससे जुड़ी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने कहा, ‘इस कैंपेन के जरिए प्रधानमंत्री आवास योजना अब प्रधानमंत्री परिवार योजना में तब्दील हो जाएगी.’ कॉन्फ्रेंस में ये भी बताया गया कि क्रेडिट लिंक सब्सिडी स्कीम के तहत लाभ पाने वाले एक-एक लाभार्थी को ट्रैक किया जाएगा. इससे जुड़ा एक एप भी लॉन्च किया गया.
अंगीकार के लॉन्च के दौरान मंत्रालय के सचिव दुर्गा शकंर मिश्रा ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है, ‘देश के लोगों को घर नहीं देना बल्कि उनका पूरा जीवन बदलना है’. अंगीकार का मतलब स्वीकार करना होता है. अभियान के तहत सरकारी योजनाओं का लाभ पाने वालों के बीच पर्यावरण संरक्षण, स्वस्थ जीवन, जल संरक्षण, कूड़े का सही निष्पादन, धुएं से मुक्त किचन, आपस में मिलजुल कर रहने से लेकर उर्जा संरक्षण जैसी तमाम बातों को लेकर जागरूकता फैलाई जाएगी.
इस दौरान ‘वलनैरिबिलिटी एटल्स ऑफ़ इंडिया’ नाम का एक ऑनलाइन कोर्स भी लॉन्च किया गया. ये कोर्स देश में प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित क्षेत्रों या संभावित प्राकृतिक आपदाओं की समझ और जागरूकता विकसित करने से जुड़ा है. 3000 रुपए के रजिस्ट्रेशन चार्ज के बाद इसमें रुचि रखने वाले लोग इसकी पढ़ाई कर सकते हैं. इससे जुड़ी परीक्षा को देने के लिए तीन मौके मिलेंगे. पास होने वाले को एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा.