नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण को लेकर एक ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया है. इसी के बाद से सवाल उठने लगे हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का ट्रस्ट कैसा होगा. ऐसी चर्चा है कि सरकार सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर इसके लिए एक ट्रस्ट का बनाएगी. इसमें आंदोलन से जुड़े संगठन और लोग शामिल हो सकते हैं.
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के सोमनाथ मंदिर की तरह एक ट्रस्ट का निर्माण किया जा सकता है. यह केंद्र सरकार तय करेगी कि इसमें कौन लोग शामिल होंगे.
संस्कृति मंत्रालय की देखरेख में मंदिर, ट्रस्ट व अन्य निर्माण कार्य करवा सकता है. इसमें सोमनाथ मंदिर से ज्यादा सदस्य हो सकते हैं. ट्रस्ट में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारी सदस्य के रूप में हिस्सा हो सकते हैं.
इनके अलावा राम जन्मभूमि न्यास और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संगठनो जैसे वीएचपी, बजरंग दल और अन्य संगठनों को सदस्यों के तौर पर शामिल किया जा सकता है.
फिलहाल राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई तिथि अभी सामने नहीं आई है. कोर्ट की प्रक्रियाओं को पूरा होने में थोड़ा वक्त लग सकता है. इसके बाद ही ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. संघ परिवार की सूत्रों की मानें तो अगले साल ही कोई शुभ तिथि पर मंदिर निर्माण शुरू किया जा सकता है.यह राम नवमी की तिथि भी हो सकती है.
अयोध्या में हनुमानगढ़ी को केंद्र में रखकर 10 किमी. के दायरे में अयोध्या का फिर से निर्माण की अपेक्षा की जा रही है. अयोध्या में मंदिर के साथ साथ में पूरे शहर में विकास की आशा भी की जा रही है. वहीं मंदिर के आसपास के रास्तों को भी चौड़ा किए जाने के साथ साथ शहर के विकास की आशा भी की जा रही है.