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Tuesday, 12 November, 2024
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MP में मंदिरों के विकास के लिए धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग की मंत्रिमंडलीय उप समिति होगी गठित

सीएम ने कहा कि देवी-देवताओं के वस्त्र-आभूषण व मूर्ति निर्माण को कुटीर उद्योग के रूप में प्रोत्साहित किया जाएगा. जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में होगा आगामी रीजनल इंडस्ट्रियल समिट.

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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई मंत्री परिषद की बैठक में सीएम ने कहा कि सदस्यों का भगवान राम के दर्शन के लिए शासकीय रूप से अयोध्या जाना ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मौका है. यह यात्रा भगवान राम के प्रति आदर का प्रकटीकरण है. उन्होंने इस शुभ घड़ी के लिए सभी को बधाई और शुभकामनाएं दीं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या यात्रा के बाद देव-स्थानों के संबंध में लिए गए फैसले और संकल्पों के क्रियान्वयन में राज्य शासन तेज़ी से आगे बढ़ेगा. मंत्री परिषद की अगली बैठक में मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाकर धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को जोड़ा जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में स्थित देव-स्थानों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय क्षेत्र के देव-स्थानों के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी इसमें शामिल रहेंगे.

उन्होंने कहा कि सभी विभाग परस्पर तालमेल और समन्वय से देव-स्थानों के विकास के लिए कार्य योजना बना कर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे. राज्य शासन का उद्देश्य है कि मंदिर देव-स्थान के साथ-साथ सामाजिक चेतना और समरसता का भी केंद्र बनें और मंदिरों में सामूहिक विवाह जैसे सामाजिक कार्य संपन्न हों.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या धाम में राज्य सरकार धर्मशाला विकसित करेगी. प्रदेश के अंदर और बाहर स्थित प्रमुख देवस्थानों में भी राज्य सरकार द्वारा धर्मशालाएं विकसित करने की दिशा में पहल की जाएगी. अन्य राज्य सरकारों को मध्य प्रदेश स्थित देवालयों में अपने राज्य की तरफ से धर्मशालाएं विकसित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा. देवालयों में लगने वाली सामग्री जैसे भगवान कृष्ण के वस्त्र-आभूषण, श्रृंगार सामग्री, धातु व पत्थर की मूर्तियों के निर्माण को कुटीर उद्योग के अंतर्गत प्रोत्साहित किया जाएगा. स्व-सहायता समूह तथा क्षेत्र के युवाओं को इसके लिए मथुरा, जयपुर आदि के कलाकारों से प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा और मंदिरों में इन सामग्रियों के विक्रय के लिए स्टॉल की व्यवस्था भी की जाएगी.

मुख्यमंत्री यादव को मंत्रि-परिषद के सदस्यों ने उज्जैन में हुए रीजनल इंडस्ट्रियल समिट की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं. सीएम ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्रियल समिट में उज्जैन के साथ-साथ प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी औद्योगिक गतिविधियां आरंभ हुई हैं. आगामी रीजनल इंडस्ट्रियल समिट जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में होगा.


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