scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशसीएबी पर हो रहे प्रदर्शन के बीच जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे रद्द कर सकते हैं भारत का दौरा

सीएबी पर हो रहे प्रदर्शन के बीच जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे रद्द कर सकते हैं भारत का दौरा

असम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर पिछले दो दिन से व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हजारों लोग इस विधेयक को वापस लिए जाने की मांग को लेकर निषेद्याज्ञा का उल्लंघन करके सड़कों पर उतर रहे हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के खिलाफ पूर्वोत्तर भारत में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच ऐसी खबर आ रही है कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की 15-17 दिसंबर के बीच होने वाली भारत यात्रा रद्द हो सकती है. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे गुवाहाटी में बिगड़ते सुरक्षा हालात के कारण भारत की अपनी तीन दिवसीय यात्रा रद्द करने पर विचार कर रहे हैं. मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई है.

उनकी 15 से 17 दिसंबर तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक शिखर वार्ता के लिए भारत आने की योजना है. दोनों नेताओं के बीच बैठक गुवाहाटी में होनी है.

नागरिकता संशोधन विधेयक संसद के दो सदनों से पारित हो चुका है और गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस बिल को मंजूरी दे दी है.

क्षेत्रीय अस्मिता पर खतरे का डर

पूर्वोत्तर भारत के लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उनकी मांग है कि इस विधेयक को वापस लिया जाए. जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस क्षेत्र में पैदा हो रहे असंतोष को जल्द से जल्द संभालना चाहिए नहीं तो उनकी नार्थ-ईस्ट पॉलिसी को गहरा धक्का लग सकता है.

नार्थ-ईस्ट के लोगों का कहना है कि यह विधेयक उनकी क्षेत्रीय अस्मिता, संस्कृति और भाषा के लिए खतरा है. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस बिल में तीन पड़ोसी देशों (पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश) में पीड़ित होने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है. पूर्वोत्तर भारत के लोगों का कहना है कि इन लोगों को नागरिकता मिलने से उनकी क्षेत्रीय पहचान और संस्कृति पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.


यह भी पढ़ें : अब मोदी सरकार ने सिद्ध कर दिया है कि वो न केवल पाकिस्तान की तरह बोलती है, सोचती और काम भी करती है


असम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर पिछले दो दिन से व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हजारों लोग इस विधेयक को वापस लिए जाने की मांग को लेकर निषेद्याज्ञा का उल्लंघन करके सड़कों पर उतर रहे हैं.

बृहस्पतिवार को पुलिस के साथ झड़प में गुवाहाटी में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई थी.

जापान के जीजी प्रेस के अनुसार, आबे भारत की अपनी यात्रा को रद्द करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि गुवाहाटी में सुरक्षा हालात खराब हो गए हैं.

उसने कहा, ‘जापान और भारत की सरकारें अंतिम संभावना की तलाश कर रही हैं.’

हमारे पास कोई नई जानकारी नहीं : विदेश मंत्रालय

नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से जब यह पूछा गया कि क्या 15-17 दिसंबर तक गुवाहाटी में भारत-जापान वार्षिक शिखर वार्ता होगी, इस पर उन्होंने कहा, ‘अभी हमारे पास कोई नयी जानकारी नहीं है.’

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार आयोजन स्थल बदलने पर विचार कर रही है इस पर कुमार ने कहा, ‘मैं इस पर कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हूं. अभी तक मेरे पास कोई नयी जानकारी नहीं है.’ सूत्रों ने बताया कि जापान के एक दल ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार को गुवाहाटी का दौरा किया.

इस शिखर वार्ता पर अनिश्चितता के बादल मंडराने के बीच पत्र सूचना कार्यालय, हिंदी ने अपने टि्वटर हैंडल पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की उनके जापानी समकक्ष के साथ एक तस्वीर पोस्ट की. तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि 16 दिसंबर को मोदी-आबे की बैठक से पहले उनकी बैठक हुई है.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

share & View comments