नई दिल्ली: सीलमपुर और जाफराबाद में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन करने वालों पर दिल्ली पुलिस ने कार्रावाई शुरू हो गई है. पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, दंगा करने को लेकर दो एफआईआर दर्ज किए हैं. 6 लोगों को हिरासत में लिया है. साथ ही छापेमारी जारी है. पुलिस उनकी पृष्ठभूमि की जांच कर रही है.
पथराव पर आईपीसी की धाराओं के तहत बृजपुरी में भी एक एफआईआर दर्ज की गई है.
#UPDATE: A total of 6 people have been arrested by Police in connection with yesterday's Seelampur violence. Raids are being conducted to apprehend some other people who have also been identified. #Delhi https://t.co/48BgdXzM3G
— ANI (@ANI) December 18, 2019
जामिया हिंसा में पूर्व कांग्रेस विधायक का नाम एफआईआर में शामिल
दिल्ली पुलिस ने 15 दिसंबर को जामिया हिंसा को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान का नाम अपनी एफआईआर में आरोपी के रूप में दर्ज किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक का नाम छह अन्य आरोपियों के साथ दर्ज किया गया है.
बाकी छह आरोपियों की पहचान स्थानीय नेताओं आशु खान, मुस्तफा और हैदर, एआईएसए सदस्य चंदन कुमार, एसआईओ सदस्य आसिफ तन्हा और सीवाईएसएस सदस्य कासिम उस्मानी के तौर पर की है.
सीलमपुर हिंसा : 21 पुलिसकर्मी, छह व्यक्ति जख्मी
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में मंगलवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में 12 पुलिस कर्मी और छह लोग जख्मी हुए हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में सीलमपुर और जाफराबाद थाने में दो प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं.
अधिकारी ने बताया कि रेपिड एक्शन फोर्स के तीन कर्मी जख्मी हुए हैं.
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने कई बाइकों को फूंक दिया. पुलिस कर्मियों पर पथराव किया और बसों को नुकसान पहुंचाया. इसके अलावा एक पुलिस बूथ और एक सार्वजनिक शौचालय को भी आग के हवाले कर दिया.
जामा मस्जिद के बुखारी ने की शांति की अपील
दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम, सैयद अहमद बुखारी ने मुस्लिमों को हिंसा से रोकने एक संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आने वाले मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता नहीं मिलेगी. इसका भारत में रहने वाले मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़न्स (एनआरसी) में अंतर है. एक सीएए है जो एक कानून बन गया है, और दूसरा एनआरसी है जिसे केवल घोषित किया गया है, यह एक कानून नहीं है.
गंभीर और आप विधायक ने सीलमपुर में शांति की अपील की
सीलमपुर में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने के बाद, आम आदमी पार्टी और भाजपा ने इलाके के लोगों से शांति की अपील की.
पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर तथा सीलमपुर से आप के विधायक हाजी इशराक ने लोगों से शांति बनाए रखने और हिंसा से दूर रहने की अपील की.
स्थानीय लोगों, इमामों और अमन कमेटी की कोशिश से स्थिति जल्द हुई सामान्य
उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने के बाद स्थानीय लोगों और अमन कमेटी के सदस्यों की मदद स्थिति कुछ घंटे में ही सामान्य होती नजर आई.
संशोधित नागरिकता कानून और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ निकल रहे मार्च के दौरान सीलमपुर और जाफराबाद में दोपहर करीब दो बजे पथराव शुरू हुआ और आगजनी हुई.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए स्थानीय लोगों, अमन कमेटी और मस्जिदों के इमामों की मदद ली गई.
इलाके में दुकानें और बाजार बंद है तथा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद अनीस ने बताया, ‘हमने अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण शुरू किया था, लेकिन इसमें कुछ बाहरी तत्व शामिल हो गए तथा पथराव करने लगे.’
सीलमपुर और जाफराबाद में मस्जिदों से शांति की अपील कराई गई तथा लोगों से अपने-अपने घर लौट जाने को कहा गया.
गंभीर ने कहा, ‘मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की हिंसा से दूर रहें. आपकी जो भी शिकायत है, उस पर आप सरकार के साथ शांतिपूर्ण चर्चा कर सकते हैं. किसी भी राजनीतिक पार्टी या व्यक्ति के बहकावे में मत आइए.’
दिल्ली पुलिस को राष्ट्रीय राजधानी में शांति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को राष्ट्रीय राजधानी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और शांति सुनिश्चित करने के मंगलवार को निर्देश दिए. शाह ने यह भी कहा कि असम में जारी हुई राष्ट्रीय नागरिक पंजी धर्म आधारित प्रक्रिया नहीं है.
उन्होंने ‘एजेंडा आज तक’ कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘जो भी एनआरसी में शामिल होने का पात्र नहीं है उसे देश से बाहर भेजा जाएगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने दिल्ली पुलिस को दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और शांति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.’
गृह मंत्री की यह टिप्पणी रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया और मंगलवार को सीलमपुर के समीप हिंसक प्रदर्शनों के बाद आई है.
(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)