नई दिल्ली: पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा हिरासत में लिए गए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के कांस्टेबल को बुधवार को रिहा कर भारत को सौंप दिया गया. बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि पूर्णम कुमार शॉ को सुबह करीब 10:30 बजे अमृतसर के पास अटारी सीमा पर संयुक्त जांच चौकी पर बीएसएफ को सौंपा गया.
23 अप्रैल से शॉ पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे, जब वह गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए थे.
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब भारत और पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह सीमा पर चार दिन तक चली तनातनी के बाद संघर्षविराम पर सहमति जताई थी.
बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा, “सौंपने की प्रक्रिया शांतिपूर्वक और निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी की गई.”
दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट किया था कि शॉ, अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार एक समूह के स्थानीय किसानों के साथ सुरक्षा ड्यूटी के तहत सीमा की बाड़ के पार चले गए थे. बीएसएफ अधिकारियों ने कहा था कि यह सीमा पर तैनात जवानों के लिए एक नियमित प्रक्रिया है, लेकिन शॉ को पाकिस्तान रेंजर्स ने तुरंत हिरासत में ले लिया था.
बीएसएफ अधिकारियों का कहना था कि उनकी रिहाई के लिए नियमित रूप से फ्लैग मीटिंग्स की जा रही थीं, लेकिन सीमा पर तनाव के कारण पाकिस्तानी अधिकारियों की ओर से कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी.
दिप्रिंट ने यह भी रिपोर्ट किया था कि शॉ की तीन महीने की गर्भवती पत्नी रजनी शॉ, अपने पति की वापसी के लिए वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारियों से मिलने के उद्देश्य से पश्चिम बंगाल के हुगली से हिमाचल प्रदेश और पंजाब तक गई थीं.
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