नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर ब्वॉयज लॉकर रूम #boyslockerroom नाम का एक हैशटैग ट्रेंड कर रहा है. ट्विटर पर इसे लेकर कम से कम 30 हजार ट्वीट किए जा चुके हैं. इन्स्टाग्राम पर भी लोग लगातार इस पर ढेरों पोस्ट लिख रहे हैं. मीटू इंडिया के आधिकारिक हैंडल से इसको लेकर लिखा गया, ’16-17 साल की उम्र के लड़के, महिलाओं और लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार की बात करते हैं. रेडिट. कॉम पर इन महिलाओं के कंसेंट के बिना इनकी नग्न तस्वीरों को फैलाते हैं और ऐसा करते हुए इन्हें जरा सा भी डर नहीं है. महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार के अपराध की संस्कृति ब्वॉयज लॉकर रूम से ही शुरू होती है.’
Thread: Students who are 16, 17 years old, are casually talking of gang raping girls and women, swapping nudes without the consent of these women on Reddit, with not even a hint of fear of exposure. The dire crisis of rape womxn face, starts with this rape culture #boyslockerroom
— #MeTooIndia (@IndiaMeToo) May 4, 2020
क्या था मामला?
3 मई को निसका नागपाल नाम की एक फैशन इन्फ्लूएंसर ने अपनी इन्स्टा स्टोरीज में इस ग्रुप की चैट्स को सार्वजनिक कर दिया. इन चैट्स में 15-16 की लड़कियों को तस्वीरों को शेयर करते हुए उनके प्राइवेट पार्ट्स को लेकर भद्दी टिप्पणियां, लड़कियों की मॉर्फ्ड तस्वीरों को फैलाना, रेप और गैंग रेप और स्लट शेमिंग की बाते शामिल थीं. एक के बाद एक करके शेयर की गई इन चैट्स में इस ग्रुप से जुड़े लड़कों के अकाउंट्स की डिटेल्स भी शेयर की गई थीं. नागपाल के मुताबिक, कई आईडी फेक थीं तो कई आईडी असली थीं. निसका नागपाल को 43 हजार लोग फॉलो करते हैं.
निसका के अलावा आशना शर्मा नाम की फैशन इन्फ्लूएंसर ने भी ये तस्वीरें अपने अकाउंट पर शेयर की. जिसके बाद ये ट्विटर पर भी वायरल होने लगीं. अनुवा नाम की एक यूजर ने लिखा कि ये लड़के अब मामले को उछालने वाली लड़कियों को रेप की धमकियां दे रहे हैं. हालांकि आज अनुवा का ट्विटर अकाउंड डिएक्टिवेटिड है लेकिन इन्स्टाग्राम पर उनके अकाउंट पर इस केस से जुड़ी कोई जानकारी पोस्ट नहीं की है. इस मामले के हाईलाइट होने के बाद ब्वॉयज लॉकर रूम के नाम से अब कई अकाउंट्स बन गए हैं.
ग्रुप के बारे में निसका नागपाल लिखती हैं, ‘इनमें कई 16 साल के लड़के भी हैं. लड़कों की इन हरकतों की वजह से डर का माहौल बन गया है. कई लड़कों की पहचान भी हो गई है.’ जिन लड़कियों की तस्वीरें मॉर्फ करके फैलाई गई थीं उनमें से कइयों ने निसका से बात भी की. जिनकी बातचीत को निसका ने सार्वजनिक करते हुए बताया कि इन लड़कों की हरकतों से कितना ‘डर’ फैल गया है.
एक्शन
दिल्ली महिला आयोग ने पूरे मामले पर संज्ञान लिया है और ‘इन्स्टाग्राम को नोटिस’ भेजा है. जिसमें लिखा गया है कि इस ग्रुप से सैंकड़ों लोग जुड़े थे. आयोग ने कहा है, ‘आयोग को इस ग्रुप से जुड़े कई स्क्रीनशॉट मिले हैं जो बेहद ही आपत्तिजनक हैं और नाबालिग लड़कियों को रेप की धमकियों की बात करते हैं.’
‘इस ग्रुप के सदस्यों के पास इन नाबालिग लड़कियों की निजी जानकारियां भी हैं.’ आयोग ने इन्स्टाग्राम से इस मामले को लेकर जांच कराने के लिए कहा है. साथ ही आयोग ने इस ग्रुप से जुड़े हर मेंबर और एडमिन की पहचान, लोकेशन, यूजर आईडी जैसी जानकारियां भी शेयर करने को कहा है. आयोग ने इस मामले ‘पुलिस कार्रवाई’ करने की बात भी कही है.
वहीं कांग्रेस पार्टी की महिला विंग ने भी इस बात का ध्यान गृहमंत्री अमित शाह को दिलाया है. ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने लिखा है कि लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के प्रति साइबर क्राइम तेजी से बढ़ा है लेकिन अमित शाह जो देश का गृहमंत्रालय देखते हैं वो सो रहे हैं.
ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने ट्वीट किया है, ‘Bois Room Locker’ कांड घृणित और यौन उत्पीड़न के अलावा और कुछ नहीं है. इसके लिए केंद्र सरकार ज़िम्मेदार है क्योंकि यह दिल्ली का मामला है. लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराधों में तेजी आई है, लेकिन गृह मंत्रालय जिसे अमित शाह देखते हैं वह खर्राटे ले रहा है.’
दिल्ली साइबर पुलिस ने शुरू की जांच
दिप्रिंट ने इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस साइबर ब्रांच के डीसीपी भीष्म सिंह से बात की. उन्होंने बताया, ‘हमने ट्विटर पर चल रहे इस ट्रेंड का संज्ञान लिया है. अभी तक किसी भी लड़की आगे आकर शिकायत दर्ज नहीं कराई है. हालांकि एक शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. जब तक इन्स्टाग्राम जानकारी शेयर नहीं करता तब तक लड़कों की पहचान या उम्र के बारे में नहीं बता सकते.
ब्वॉयज लॉकर रूम के अलावा निसका ने एक और ग्रुप की चैट्स सार्वजनिक की जिसमें इन लड़कियों को ‘पाठ पढ़ाने’ और ‘रेप’ करने की बातें लिखी जा रही हैं. इस ग्रुप का नाम है- जय का स्कर्ट स्कर्ट गैंग. इस ग्रुप पर भी लड़कियों की नग्न तस्वीरों को इंटरनेट पर फैलाने जैसी धमकियों की बात की जा रही है और ग्रुप को डिलीट करने की सलाह भी दी जा रही हैं. इन लड़कों के नाम पब्लिक में आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखना शुरू किया है कि इनके माता-पिता को इनकी करतूतों के बारे में बताना चाहिए. 4 मार्च को ही ब्वॉयज लॉकर रूम 2.0 नाम से एक और अकाउंट बनाया गया लेकिन बाद में उसे भी डिलीट कर दिया गया है. बहुत से लोगों ने लड़कियों पर दोष मढ़ना शुरू कर दिया है कि वो पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रही हैं.
इस मामले को लेकर दिप्रिंट ने राष्ट्रीय बाल आयोग के चेयरमैन प्रियांक कानूनगो ने बताया, ‘हमने इस मामले का संज्ञान ले लिया है. इसको लेकर एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है जो जल्द ही इन्स्टाग्राम को भेजी जाएगी.’ गौरतलब है कि 29 अप्रैल को भी राष्ट्रीय बाल आयोग ने एक बच्चे की अश्लील वीडियो के इन्स्टाग्राम पर वायरल होने के बाद संज्ञान लिया था और उस वीडियो पर कार्रवाई करने की बात भी कही थी.