नई दिल्ली: शुक्रवार को अपनी भारत यात्रा के दूसरे दिन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और पीएम नरेंद्र ने प्रतिनिधिमंडल स्तर पर वार्ता की.
दोनों प्रधानमंत्रियों ने युद्धग्रस्त यूक्रेन की स्थिति समेत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर चर्चा की.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि ‘हमने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी पर बल दिया. हमने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान का महत्त्व भी दोहराया है.’
एक संयुक्त बयान में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के महत्त्व को भी दोहराया
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘पिछले साल हमने दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की भी स्थापना की. हमने रोडमैप 2030 को भी लांच किया था. एफटीए के विषय में दोनों देशों की टीम काम कर रही है और बातचीत में प्रगति हो रही है. हमने इस साल के अंत तक एफटीए के समापन का फैसला किया है.’
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दोनों देश अपनी जलवायु और उर्जा पार्टनरशिप को और ज्यादा गहन करेंगे. साथ ही पीएम ने यूके को भारत के नेशनल हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया है.
मोदी ने कहा कि हमने कोप-26 में किए गए वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
वार्ता के बाद ब्रिटिश पीएम ने कहा कि भारत में उनके स्वागत ने उन्हें सचिन तेंदुलकर जैसा महसूस कराया.
उन्होंने आगे कहा, ‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त, खुला और नियम-आधारित रखने में दोनों देशों का साझा हित है. दोनों देश वायु, अंतरिक्ष और समुद्री खतरों से निपटने के लिए सहमत हुए हैं. हम स्थायी, घरेलू ऊर्जा के लिए कदम उठाएंगे. इस यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों को गहरा किया है.’
जॉनसन ने कहा, ‘आज हमारी शानदार बातचीत हुई और हमने अपने रिश्ते को हर तरह से मजबूत किया है. भारत और ब्रिटेन के बीच साझेदारी हमारे समय की परिभाषित दोस्ती में से एक है.’
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