नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पंजाब के फिरोजपुर जिले में पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने वाले एक ड्रोन को मार गिराया है.
सुरक्षा बल ने एक बयान में कहा है कि सीमा पर तैनात बीएसएफ की 136 बटालियन ने मंगलवार की रात करीब 11.25 बजे फिरोजपुर के गांडू किल्चा गांव के पास पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में एक संदिग्ध उड़ने वाली वस्तु या ड्रोन के घुसने की आवाज सुनी.
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक जवान ने कहा, ‘बीएसएफ के सैनिकों ने घुसपैठ को रोकने के प्रयास में ड्रोन पर गोलीबारी की.’
जवान ने बताया, ‘संबंधित क्षेत्र में पहली रोशनी के बाद तलाशी के दौरान, बीएसएफ के जवानों ने पंजाब पुलिस के साथ एक हेक्सा-कॉप्टर या ड्रोन बरामद किया, जिसे बीएसएफ सैनिकों की गोलीबारी में मार गिराया था.’
बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक ड्रोन के पास से 2.5 किलोग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स के दो पैकेट बरामद किए गए है.
केंद्र सरकार ने हाल ही में पाकिस्तान की ओर से इस तरह के अवैध प्रयासों को रोकने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों से इनपुट साझा किया था.
जानकारी के अनुसार एक दस्तावेज के मुताबिक, 191 ड्रोनों में से, 171 पंजाब सेक्टर के साथ भारत-पाकिस्तान सीमा के माध्यम से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया, जबकि 20 को जम्मू सेक्टर में देखे गए हैं.
दस्तावेज के अनुसार, ‘भारत-पाक सीमा में यूएवी (मानव रहित हवाई वाहन) अवलोकन 1 जनवरी, 2022 से 30 सितंबर, 2022 तक पंजाब और जम्मू सीमा में देखा गया था.’
दस्तावेजों से आगे पता चलता है कि इनमें से ज्यादातर ड्रोन या यूएवी भागने में सफल रहे, जबकि सिर्फ सात को बीएसएफ ने मार गिराए हैं, जो इस तरह की अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात हैं.
इस साल 1 जनवरी से 15 सितंबर के बीच मार गिराए गए यह सात ड्रोन, पंजाब के अमृतसर, फिरोजपुर और अबोहर क्षेत्रों में देखे गए थे.
बीएसएफ के अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि भारत के जम्मू और पंजाब क्षेत्रों में हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी करने के लिए पाकिस्तान की ओर से ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सीमा पार से बढ़ी हुई ड्रोन गतिविधि के बारे में हाल ही में श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी गई थी.
सुरक्षा बलों ने कई एके सीरीज असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल, एमपी4 कार्बाइन, कार्बाइन मैगजीन, उच्च विस्फोटक हथगोले और साथ ही नशीले पदार्थ जब्त किए हैं, जिन्हें अब तक मार गिराए गए ड्रोन से पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में लाया गया था.
सुरक्षा एजेंसियों, बीएसएफ के खुफिया इनपुट और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन का इस्तेमाल घाटी और पंजाब में आतंकी अभियानों के वित्तपोषण के लिए अफगान हेरोइन के पैकेट गिराने के लिए भी किया जाता है.
यह पता चला है कि हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकवादी संगठन हैं जिनके अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार शिविर हैं और आईएसआई द्वारा समर्थित हैं.
जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय ने संबंधित एजेंसियों को ड्रोन गतिविधियों को रोकने के लिए एक हल खोजने का निर्देश दिया है और इस बीच सुरक्षा एजेंसियों और कानून प्रवर्तन बलों को इस तरह की गतिविधियों पर विशेष नजर रखने के लिए कहा गया है.
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