मुंबई : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्र के विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस को रविवार को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया. विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने सदन में इस बात की घोषणा की. पटोले ने कहा कि विधानसभा में भाजपा को विपक्षी पार्टी का दर्जा दिया गया है और फडणवीस विपक्ष के नए नेता होंगे.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और कुछ मंत्रियों ने फडणवीस को बधाई दी. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मैंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत सी चीजें सीखी हैं और मैं उनसे हमेशा दोस्ती रखूंगा. मैं अभी भी ‘हिंदुत्व’ की विचारधारा के साथ हूं और इसे कभी नहीं छोड़ूंगा. पिछले 5 सालों में मैंने कभी भी सरकार को धोखा नहीं दिया है.
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray: I am a lucky CM because those who opposed me are now with me and those who I was with are now on the opposite side. I am here with my luck and blessings of people. I have never told anyone that I will be coming here but I came. pic.twitter.com/fobggtTIFj
— ANI (@ANI) December 1, 2019
उन्होंने यह भी कहा, ‘मैंने आपको (देवेंद्र फड़नवीस) ‘विपक्ष का नेता’ नहीं कहूंगा, लेकिन मैं आपको एक ‘जिम्मेदार नेता’ कहूंगा. अगर आप हमारे लिए अच्छे होते, तो यह सब (भाजपा-शिवसेना में फूट) नहीं हुआ होता. मैं एक भाग्यशाली मुख्यमंत्री हूं क्योंकि जिन्होंने मेरा विरोध किया वे अब मेरे साथ हैं और जो मेरे साथ थे वे अब विपरीत दिशा हैं. मैं यहां अपनी किस्मत और लोगों के आशीर्वाद के साथ हूं. मैंने कभी किसी को नहीं बताया कि मैं यहां आऊंगा लेकिन मैं आ गया.’
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray: I have learnt a lot of things from Devendra Fadvanis and I will always be friends with him. I am still with the ideology of 'Hindutva' and won't ever leave it. In past 5 years, I've never betrayed the govt. https://t.co/RucxPRvsfR pic.twitter.com/3K5qJKEPAU
— ANI (@ANI) December 1, 2019
आपको बता दें, महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटे हैं. हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 54 सीटों पर जीत मिली थी. बहुजन विकास अघाड़ी के खाते में तीन सीटें गई थी. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमिन, प्रहर जनशक्ति पार्टी और समाजवादी पार्टी को दो-दो सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, 13 निर्दलीय उम्मीदवार चुने गए थे.
चुनाव में एक साथ लड़ी भाजपा और शिवसेना चुनाव के बाद सत्ता के बंटवारे से जुड़ी असहमतियों की वजह से अलग हो गए. इसके बाद कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ मिलकर शिवसेना ने सरकार बनाई है जिसके मुखिया उद्धव ठाकरे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)