नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में पिछले एक साल से अधिक समय से चली आ रही हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले कुछ दिनों से बंगाल में लगातार चली आ रही हिंसा और खासकर उत्तर 24 परगना जिले में लगातार हो रही हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री सख्त हो गए हैं. शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने एक तीन सदस्यीय टीम कोलकाता भेजा है.
भाजपा सांसद एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व वाली यह टीम भाटपारा का दौरा करेगी.
अहलूवालिया ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह लगातार पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसक घटनाओं ने बहुत निराश है. उन्होंने कहा कि हिंसा की सबसे अधिक घटना पश्चिम बंगाल में ही क्यों हो रही है. हम इस मामले में हिंसा में पीड़ित हुए लोगों से मुलाकात करेंगे और एक रिपोर्ट शाह को सौपेंगे. अहलूवालिया के साथ सांसद सत्यपाल सिंह और बीडी राम भी हैं.
बता दें कि एस एस अहलूवालिया पश्चिम बंगाल से सांसद हैं जबकि सत्यपाल सिंह और राम उत्तर प्रदेश और झारखंड से सांसद हैं. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भाटपाड़ा फायरिंग की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है.
West Bengal: A three-member BJP delegation, including SS Ahluwalia, Satya Pal Singh and VD Ram, reach Bhatpara in North 24 Parganas district over clashes between the BJP and TMC in the state. pic.twitter.com/Kttibxjj9f
— ANI (@ANI) June 22, 2019
लोकसभा चुनाव के बाद से ही पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. यहां धारा 144 लागू है उसके बावजूद शुक्रवार को दो बाइक सवारों ने देसी बम फोड़कर तनाव को और बढ़ा दिया है. बढ़ती हिंसा के मद्देनजर गांव से पलायन शुरू हो गया है पिछले कई दिनों में हिंसा के चलते भाटपाड़ा और काकिनाड़ा में कई परिवार घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने को मजबूर हो गए हैं.
बढती हिंसा को देखते हुए यहां इंटरनेट सेवाएं तक बंद कर दी गई हैं.भारी तादाद में पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है. हिंसा के विरोध में भाजपा ने जुलूस निकाला और दोनों मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता देने का एलान किया है.
वहीं गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों के बीट हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि 11 लोग घायल हो गए थे. शुक्रवार को भी भाटपाड़ा और कानिनाड़ा इलाकों में शांति रही, वहीं बढ़ती हिंसा को देखते हुए ममता बनर्जी ने टॉप लेवल पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर किया है.
ममता सरकार ने बैरकपुर के पुलिस आयुक्त तन्मय राय चौधरी को हटाकर दार्जिलिंग के आईजी मनोज कुमार वर्मा को नियुक्त किया गया है. इस हिंसक झड़प में अभी तक 16 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इससे पहले डीजीपी वीरेंद्र ने हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा किया. उन्होंने बताया कि 11 घायलों में छह पुलिसकर्मी हैं. पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत के आरोप पर डीजीपी ने कहा कि मौत की वजहों की जांच की जा रही है.