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Saturday, 21 December, 2024
होमदेशसिंघू बॉर्डर पर मुफ्त में मुर्गी न देने से बिहारी पोल्ट्री फार्म कर्मचारी पर निहंग ने किया हमला

सिंघू बॉर्डर पर मुफ्त में मुर्गी न देने से बिहारी पोल्ट्री फार्म कर्मचारी पर निहंग ने किया हमला

पोल्ट्री फार्म (मुर्गीखाने) के इस कर्मचारी का दावा है कि वह अपने रिक्शा में एक पोल्ट्री फार्म से मुर्गियों को ले जा रहा था, तभी एक निहंग बाबा' ने उससे मुफ्त में मुर्गी मांगी और मना करने पर उसे बहुत पीटा.

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नई दिल्ली: सिंघू बॉर्डर पर पंजाब के तरनतारन जिले के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर निहंग सिखों द्वारा सरबलो ग्रंथ को ‘अपवित्र’ करने की कोशिश करने के लिए हमला करने और उसकी हत्या किये जाने के कुछ ही दिनों बाद, गुरुवार को सिंघू बॉर्डर पर ही किसानों के विरोध स्थल पर एक अन्य व्यक्ति पर कथित रूप से हमला किया गया है.

इसके कुछ घंटों बाद एक निहंग को हरियाणा पुलिस ने हिरासत में लिया. बाद में इस व्यक्ति को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

पीड़ित, जिसकी पहचान एक पोल्ट्री फार्म कर्मी मनोज पासवान के रूप में हुई है, के दो वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं जिनमें वह अपने ऊपर हुए हमले का विवरण दे रहा है.

मूल रूप से बिहार के दरभंगा के रहने वाले पासवान ने दावा किया कि वह अपने रिक्शा में एक पोल्ट्री फार्म से मुर्गियों को ले जा रहा था. तभी एक आदमी ने उससे मुफ्त में मुर्गी की मांग की और मना करने पर उसकी पिटाई कर दी.

‘एक सरदार जी थे. वे एक निहंग बाबा थे. उन्होंने मुझसे एक मुर्गी मांगी. मैंने उनसे कहा कि मैं नहीं दे सकता क्योंकि उनकी पक्की गिनती है और मुझ पर चोरी का इल्जाम लगाया जाएगा. जब मैंने रसीद निकाली, तो उन्होंने मेरी जेब में पड़ी एक बीड़ी देखी. इसे देखते ही उन्होंने मुझ पर विरोध स्थल पर धूम्रपान करने का आरोप लगा दिया. मैंने उनसे कहा कि मैंने वहां, विरोध स्थल पर, कोई धूम्रपान नहीं किया और किसी और जगह पर बीड़ी पी थी. इसके बाद वह गुस्से में आ गया और मुझे पीटना शुरू कर दिया.’ पासवान को वीडियो में यह सब कहते हुए सुना जा सकता है और वह उसी समय अपने पास की रसीद भी दिखाते हैं.

एक अन्य वीडियो में, पासवान, जो एक अस्पताल में स्ट्रेचर पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं, दावा करते हैं, ‘मैं रिक्शा पर था. जब मैंने बाबा जी को यह समझाते हुए मुर्गी देने से मना कर दिया कि इसकी गिनती की गई है, और मैं ही इसके लिए जवाबदेह हूं, तो उसने मुझे डंडे से मारना शुरू कर दिया. मैंने उसे मुर्गी की रसीद भी दिखाई. फिर जब एक आदमी मुझे बचाने आया तो सरदार जी ने उसे भी पीटा.‘

पासवान ने आगे बताया, ‘उस आदमी ने नीले रंग के कपड़े पहने थे. मेरे भाई और मालिक ने वहां आकर मुझे बचाने की कोशिश की. फिर भी वह मुझे मारता रहा. मैं एक मजदूर हूं, मुझे कोई निश्चित पगार नहीं मिलती है. मैं एक रिक्शा चालक हूं जो दैनिक मजदूरी पर रहता है, ‘ वीडियो में उसके चोटिल पांव देखे जा सकते हैं.


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‘आरोपी ने इस आदमी को डंडे से मारा’

हरियाणा पुलिस ने पासवान के साथ मारपीट करने के आरोप में हरियाणा के करनाल के मूल निवासी निहंग नवीन कुमार को गिरफ्तार किया है. उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.

सोनीपत के डीएसपी, कानून और व्यवस्था (लॉ एन्ड आर्डर), वीरेंद्र सिंह, ने दिप्रिंट को बताया, ‘मनोज पासवान वहां से गुजर रहे थे, तभी निहंग समुदाय के एक सदस्य ने उन्हें रोका और मुफ्त में चिकन (मुर्गी) की मांग की. जब पासवान ने इसके लिए पैसे मांगे, तो आरोपी ने उसे डंडे से मारा और उसका पैर तोड़ दिया. ‘

अपना नाम न बताने की शर्त पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि नवीन जाट समुदाय से ताल्लुक रखता है और सिंघू बार्डर वाले विरोध स्थल पर ही निहंगों के दल में शामिल हुआ था.

इससे पहले 15 अक्टूबर को सिंघू बॉर्डर पर ही एक दलित सिख लखबीर सिंह का शव पुलिस बैरिकेड से लटका मिला था. कथित तौर पर निहंग सिखों के एक समूह द्वारा उसके हाथ और पैर काट दिए गए थे, जिन्होंने यह दावा किया था कि मृतक ने उनके पवित्र ग्रन्थ की बेअदबी की थी.

इस मामले में चार निहंग सिखों को गिरफ्तार किया गया है और लखबीर सिंह की बहन राज कौर के यह आरोप लगाने के बाद कि 35 वर्षीय लखबीर को सिंघू बॉर्डर पर फुसला कर लाया गया था, इस मामले की एसआईटी जांच शुरू कर दी गई है.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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