नई दिल्ली: मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस ने फेक वीडियो मामले में एक और गिरफ्तारी की है. इस बार पुलिस ने उपेंद्र सहनी नामक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस का मानना है कि उपेंद्र ने ही सबसे पहले वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी. उपेंद्र की गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर सदर थाना पुलिस द्वारा की गई है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु पुलिस की साइबर क्राइम टीम बिहार के मुजफ्फरपुर थाने पहुंची थी जिसके बाद सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार मिश्र के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और फिर जाकर उपेंद्र की गिरफ्तारी हुई. गिरफ्तार आरोपी को आज कोर्ट में भी पेश किया गया जिसके बाद उसे तमिलनाडु ले जाने की कवायद शुरू की गई.
मनीष कश्यप ने किया था सरेंडर
तमिलनाडु में बिहारी लोगों के साथ कथित मारपीट की बीते दिनों कथित और भ्रामक खबरें फैलाने के आरोप झेल रहे यूट्यूबर मनीष कश्यप ने बीते दिनों बेतिया के जगदीशपुर थाने में सरेंडर किया था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. बेतिया पुलिस कप्तान उपेंद्र नाथ वर्मा ने मनीष की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी.
क्या है विवाद
बीते दिनों सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर किए गए थे जिसमें बताया गया था कि तमिलनाडु में रहने वाले बिहार के मजदूर के साथ हिंदी बोलने पर मारपीट की जा रही है. बाद में तमिलनाडू पुलिस ने इस घटना को गलत बताया और फेक न्यूज फैलाने के आरोप में कई लोगों पर FIR दर्ज की.
इस मामले पर तमिलनाडु सरकार ने कहा था कि लोग जानबूझकर फेक वीडियो पोस्ट कर रहे हैं और गलत खबर फैला रहे हैं. तमिलनाडु सरकार ने कहा था कि राज्य में डर फैलाने वाले सभी तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. उसके बाद तमिलनाडु सरकार ने पुलिस की एक टीम बिहार जांच के लिए भी भेजी थी. तमिलनाडु पुलिस, बिहार पुलिस के साथ मिलकर मामले की पड़ताल कर रही है.
इस मामले पर राजनीति भी काफी गर्म रही. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तमिलनाडु सरकार को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की थी. वहीं बिहार में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा था.
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