पटना: बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने मंगलवार को राज्य के 15 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में फ्रेंच और जर्मन भाषा स्टडी प्रोग्राम का ऑनलाइन शुभारंभ किया. यह पहल विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग (DSTTE) के तहत शुरू की गई है.
प्रोग्राम का आयोजन मुख्य सचिव सभागार, पटना में किया गया.
इस दौरान DSTTE की सचिव डॉ. प्रतिमा और निदेशक सह अपर सचिव अहमद महमूद भी मौजूद रहे. सचिव द्वारा इस पहल के उद्देश्यों, क्रियान्वयन और विस्तार की योजना पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई. पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे जल्द ही राज्य के सभी 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में लागू किया जाएगा.
अपने संबोधन में मुख्य सचिव मीणा ने विदेशी भाषाओं के ज्ञान को इंजीनियरों के लिए एक महत्वपूर्ण स्किल बताया. उन्होंने कहा कि फ्रेंच, जर्मन और जापानी जैसी भाषाओं को सीखने से छात्रों के लिए वैश्विक अवसरों और करियर की संभावनाएं बढ़ती हैं.
उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य में जापानी भाषा भी कोर्स में शामिल की जाए ताकि छात्रों की रोजगार क्षमता और बढ़े.
उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा को राज्य के विकास का प्रमुख स्तंभ घोषित किया था, और तब से तकनीकी शिक्षा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है — चाहे वह अधोसंरचना विकास हो, फैकल्टी की नियुक्ति या पाठ्यक्रम में सुधार.
मुख्य सचिव ने विभाग को निर्देश दिया कि विदेशी विश्वविद्यालयों और संस्थानों से समझौता ज्ञापन (MoU) किए जाएं ताकि छात्र अंतर्राष्ट्रीय एक्सचेंज प्रोग्राम, रिसर्च सहयोग और भाषा अभ्यास कार्यक्रमों का लाभ उठा सकें.
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में राज्य के सभी 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राचार्य, शिक्षक और छात्र अपने-अपने आधुनिक लैंग्वेज लैब से जुड़े. छात्रों ने फ्रेंच और जर्मन में संवाद कर अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया.
इस पहल की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने डॉ. प्रतिमा और उनकी टीम को बधाई दी.