नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई एक बैठक में, जम्मू—कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई.
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास में हुई प्रातःकालीन बैठक में दो मिनट का मौन रखाकर पहलगाम में हुई कायराना घटना में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
बैठक में मुख्यमंत्री ने हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘उत्तराखंडवासियों की ओर से मैं शोकसंतप्त परिवारों के साथ अपनी पूरी संवेदना प्रकट करता हूं. यह कायराना हमला केवल निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि हमारे देश की संस्कृति, शांति और मानवता के मूल्यों पर भी हमला है.’’
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला कायरतापूर्ण और घिनौनी मानसिकता से पूरित है। यह मानवता पर हमला था, एक ऐसी सभ्यता पर चोट की गई जो सहिष्णुता, सहअस्तित्व और करुणा में विश्वास रखती है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के कुशल नेतृत्व में सैन्य, कूटनीतिक और रणनीतिक… pic.twitter.com/nkSfssOuMl
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 24, 2025
उन्होंने कहा कि आतंकियों की जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी.
उन्होंने कहा कि इस कुकृत्य का आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विज़रलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं. यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल और निर्णायक नेतृत्व में आयोजित कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में लिए गए ऐतिहासिक निर्णयों पर अब अमल शुरू हो चुका है.
सीएम धामी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को और मजबूती देने के लिए केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाने जैसा साहसिक कदम उठाया है, जो पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश है.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लिए गए ये कठोर निर्णय न केवल देश की सुरक्षा नीति को सशक्त करते हैं, बल्कि यह भी स्पष्ट कर देते हैं कि अब खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते.’’
धामी ने कहा कि इस फैसले से आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तान के मंसूबे चकनाचूर होंगे. इसके साथ ही अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद करने जैसे अन्य फैसलों से भी पाकिस्तान को भारत की सख्त नीति का स्पष्ट संकेत मिल गया है.
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