मुंबई: हर स्कूल में हाजिरी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अटेंडेंस रजिस्टर जल्द ही महाराष्ट्र के लिए अतीत की बात हो जाएगा.
राज्य सरकार ने छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की उपस्थिति को एक क्लिक में डिजिटली रिकॉर्ड करने की सुविधा देने वाला और सरकारी स्कूलों में अनुपस्थिति पर नजर रखने वाला एक मोबाइल एप्लिकेशन विकसित किया है. स्कूलों के लिए महास्टूडेंट नाम का यह एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
राज्य के स्कूली शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘केंद्र एक परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स सिस्टम लाया है. इसमें कुछ प्वाइंट स्कूलों को शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करने में सक्षम होने के लिए हैं. इसी के मद्देनजर राज्य सरकार ने महास्टूडेंट एप विकसित करने का फैसला किया है.’
उन्होंने कहा, ‘यदि कोई छात्र स्कूल बंक कर रहा है तो शिक्षक आसान क्लिक के साथ गैर-हाजिरी को रिकॉर्ड कर सकते हैं. इससे शिक्षकों के लिए अलग से उपस्थिति का ब्यौरा जुटाने की जरूरत नहीं होगी. इसके अलावा, एप पर उनकी उपस्थिति का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा.’
2019 में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से पहली बार लागू किए गए परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स सिस्टम में स्कूली शिक्षा में राज्यों के प्रदर्शन का मूल्यांकन नामांकन अनुपात, प्रशासन और प्रबंधन, सीखने-सिखाने के नतीजे आदि जैसे विभिन्न मापदंडों पर किया जाता है.
‘स्कूल बंक करने वाले छात्रों और शिक्षकों पर रखी जा सकती है नजर’
महाराष्ट्र सरकार के पास पहले से ही एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसमें सभी स्कूलों, शिक्षकों की नियुक्ति और छात्रों के नामांकन आदि के बारे में पूरा ब्यौरा रखा जाता है.
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, ‘प्रगति शैक्षणिक महाराष्ट्र कार्यक्रम के तहत डिजिटल स्कूलों और शिक्षकों के प्रौद्योगिकी अपनाने पर खासा जोर दिया गया है. महास्टूडेंट एप इसे एक कदम और आगे ले जाता है.’
अधिकारी ने कहा कि एप के माध्यम से एक ऑनलाइन हाजिरी रजिस्टर बनाए रखने का मतलब यह भी है कि राज्य सरकार छात्रों और शिक्षकों के स्कूल बंक करने पर नजर रख सकती है.
उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा, राज्य सरकार ने महास्टूडेंट को मिड-डे मील योजना के तहत डेटा रिकॉर्ड करने में भी सक्षम बनाया है.
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