नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 मामलों की कुल संख्या 900 के पार होने के बाद स्वयंभू संत आसाराम बापू (आसुमल सिरुमलानी हरपलानी) के अनुयायियों ने उनकी रिहाई की मांग करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. आसाराम नाबालिग से बलात्कार के आरोप में कैद हैं.
#ReleaseAsharamjiBapuOnParole हैशटैग सोमवार को माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर ट्रेंड करने लगा. आसाराम के अनुयायियों के अनुसार कोरोनावायरस 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए विशेष रूप से घातक है. इसलिए उन्हें संक्रमण से बचने के लिए जेल से रिहा किया जाना चाहिए.
उन्होंने यह भी लिखा कि जेलों में बंद लोग विशेष रूप से संक्रमण की चपेट आ सकते हैं. एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने कहा, जेल कोरोनोवायरस के लिए ‘इनक्यूबेटर’ बन सकते हैं.
Due to ongoing threat of Coronavirus, Govt. must release old age group prisoners first, especially 65+ years age group. And therefore special attention must be given to innocent Sant Shri Asharamji Bapu whose age is 85 yrs. #ReleaseAsharamjiBapuOnParole https://t.co/8a0Iv4d11K
— Bharat (@Bharat87078512) March 30, 2020
Sant Shri Asharamji Bapu ने तो अपना सारा जीवन ही देश को अर्पित किया है। ये अनदेखा करना उनके साथ, उनके स्वास्थ्य के साथ बहुत अन्याय होगा ।हमारी अपील govt . से #ReleaseAsharamjiBapuOnParole Urgently ! ? pic.twitter.com/gaEsfRVThJ
— Manjit kaur (@ManjitKaur09) March 30, 2020
आसाराम 78 साल के हैं. 2013 में मामला दर्ज होने के पांच साल बाद नाबालिग से बलात्कार के आरोप में अप्रैल 2018 में मौत और उम्रकैद की सजा सुनाई गई.
आसाराम वर्तमान में जोधपुर सेंट्रल जेल में अपनी सजा काट रहे हैं, जहां सैकड़ों कैदियों ने पिछले हफ्ते भूख हड़ताल की थी और पैरोल की मांग की, क्योंकि उन्हें जेल में कोरोनोवायरस संक्रमण के चपेट में आने भय है. उन्होंने भीड़भाड़ , गंदगी और उचित चिकित्सा सुविधाओं की कमी का हवाला दिया.
कोविड-19 महामारी के कारण कैदियों को रिहा किया जा रहा है
भारत में भीड़भाड़ को कम करने और जेलों में कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए कई कैदियों को रिहा किया गया है.
दिल्ली की तिहाड़ जेल जो कि एशिया की सबसे बड़ी जेल है ने पिछले कुछ हफ्तों में 409 कैदियों को रिहा किया. 356 कैदियों को अंतरिम जमानत दी गई, जबकि 63 आपातकालीन पैरोल पर बाहर हैं.
उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा राज्य सरकार को जेलों में भीड़ कम करने के निर्देश के बाद 71 जेलों में बंद 11,000 कैदियों को रिहा किया जाएगा.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार देश में 27 मौतों के साथ कोरोनोवायरस के 900 से अधिक मामले सामने आए हैं. बीमारी की अत्यधिक संक्रमण के कारण, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तीन सप्ताह के लॉकडाउन की घोषणा की है.
कोविड -19 महामारी ने दुनिया भर के 199 देशों को संक्रमित किया है. 7.2 लाख से अधिक लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं, जबकि 34,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.
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