नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने शुक्रवार को यह स्वीकार किया कि वह एक कैनेडाई नागरिक हैं. जिसका मतलब है कि वह ‘महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के प्रति सच्ची कनाडा नागरिक के रूप में अक्षय कुमार ब्रिटिश रानी के प्रति निष्ठा की शपथ’ के लिए बाध्य हैं.
जब कनाडा किसी को भी नागरिकता देता है, तो हर आप्रवासी को संकल्प लेना होता हैः मैं शपथ लेता हूं कि मैं सच्ची निष्ठा से महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय क्वीन ऑफ़ कनाडा और उनके उत्तराधिकारी के प्रति सच्ची निष्ठा रखूंगा और मैं कनाडा के कानूनों का ईमानदारी से पालन करूंगा और एक कैनेडाई नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करूंगा’.
अक्षय कुमार को राष्ट्रवादी विषयों पर फिल्में बनाने के लिए और शहीद जवानों के लिए कल्याणकारी पहल शुरू करने के लिए जाना जाता है. जैसे, जवानों के परिवारों के लिए लोगों से चंदा जुटाना. हालांकि, अक्षय कुमार की नागरिकता पिछले कुछ वर्षों में बहुत अधिक अटकलों का विषय रही है. अक्षय ने स्वयं इसके बारे में अलग-अलग अवसरों पर अलग-अलग बयान दिए हैं.
यह विवाद उस समय फिर से सामने आया जब उन्होंने एक पत्रकार को जवाब देने से इनकार कर दिया. जिसने उनसे पूछा कि उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना ने वोट क्यों नहीं दिया.
विवाद के जवाब में उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘मैं वास्तव में अपनी नागरिकता के बारे में नकारात्मकता को नहीं समझ पा रहा हूं’.
उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी भी कनाडा के पासपोर्ट को छिपाया या अस्वीकार नहीं किया है.’ मैंने कहा, ‘मुझे किसी को भारत के लिए अपने प्यार को साबित करने की आवश्यकता नहीं है. मुझे यह निराशाजनक लगता है कि मेरी नागरिकता का मुद्दा लगातार अनावश्यक विवाद में घसीटा जाता है’.
उन्होंने कैनेडाई नागरिकता को ‘व्यक्तिगत, कानूनी, गैर-राजनीतिक’ मामले में लेने वाला निर्णय कहा है. जिससे दूसरों का कोई लेना-देना नहीं है.
विवरण अज्ञात है
अक्षय कुमार अतीत में भी अपनी नागरिकता के बारे में अस्पष्ट रहे हैं. उन्होंने दावा किया है कि उनके पास दोहरी नागरिकता है. भले ही भारत में इस प्रकार की अवधारणा की अनुमति नहीं है.
अक्षय कुमार की नागरिकता हासिल करने की तिथि और वर्ष अज्ञात है. हालांकि वैंकूवर ऑब्जर्वर के 2012 के एक लेख में कहा गया है कि अक्षय कुमार को ‘हफ्ते भर के भीतर’ ही नागरिकता प्रदान की गई थी. यहां तक कि कुछ अन्य आवेदकों के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था.
2008 में उन्हें फिल्मों में उनके ‘उत्कृष्ट’ योगदान के लिए विंडसर विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट से सम्मानित किया गया था. 2010 में कनाडा ने घोषणा की कि अक्षय कुमार भारत के लिए कैनेडाई पर्यटन आयोग के नए पर्यटन एम्बेसडर होंगे.
2017 में टाइम्स नाउ के साथ एक साक्षात्कार में अक्षय कुमार ने दावा किया कि वह कनाडा के ‘मानद नागरिक’ हैं. कनाडा की बात है तो मैं यहां का एक मानद नागरिक हूं. मुझे एक मानद उपाधि दी गई है. यह एक ऐसी चीज है जिस पर लोगों को गर्व होना चाहिए. मेरे पास मानद डॉक्टरेट भी है. लेकिन मैं इससे डॉक्टर नहीं बन गया, यह बात है जो लोगों को समझना है.’
अभी तक केवल छह लोगों को कनाडा द्वारा मानद नागरिकता प्रदान की गई है और अक्षय कुमार सूची में शामिल नहीं हैं. जो लोग इस सूची में शामिल हैं वे लोग: राउल वॉलनबर्ग (1985 मरणोपरांत), नेल्सन मंडेला (2001), तेनजिन ग्यात्सो – दलाई लामा (2006), आंग सान सू की (2007, 2018 में निरस्त), करीम आगा खान चतुर्थ (2010) और मलाला युसुफ़ज़ई (2014) हैं.
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