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Wednesday, 6 November, 2024
होमडिफेंससेना ने लॉकडाउन के मद्देनज़र अपनी सभी यूनिट को 'नो मूवमेंट' का दिया आदेश, 20 अप्रैल से मिल सकती है छूट

सेना ने लॉकडाउन के मद्देनज़र अपनी सभी यूनिट को ‘नो मूवमेंट’ का दिया आदेश, 20 अप्रैल से मिल सकती है छूट

सेना की महानिदेशक चिकित्सा सेवा और सभी चिकित्सा प्रतिष्ठान और अस्पताल पूरी ताकत से काम करते रहेंगे.

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नई दिल्ली: सेना ने अपनी सभी इकाइयों को 3 मई तक देशभर में लॉकडाउन बढ़ाए जाने के मद्देनज़र ‘नो मूवमेंट’ का नया सख्त आदेश जारी किया है. यही नहीं उन्होंने 20 अप्रैल से स्थितिवार छूट की भी अनुमति दी है.

गुरुवार को जारी किए गए निर्देशों के अनुसार, सभी सैन्य प्रतिष्ठान, छावनी, टुकड़ियों के मुख्यालय और इकाइयों को 19 अप्रैल तक सख्ती से “नो मूवमेंट” का पालन करना होगा. इस दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मियों को ही आने- जाने की अनुमति दी गई है.

ऑर्डर में कहा गया है, इस आदेश के बाद किसी भी छावनी के किसी भी ऑपरेशन और कार्य में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करेगा.

हालांकि, सेना का चिकित्सा सेवा महानिदेशालय पूरी ताकत से अपना काम करना जारी रखेगा. इस दौरान सभी चिकित्सा प्रतिष्ठान और अस्पताल भी पूरी स्ट्रेंथ के साथ काम करते रहेंगे.

सेना के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दिप्रिंट को बताया, ‘यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि संतुलन बनाया जा सकते कि इस दौरान क्या टाला जा सकता है और क्या नहीं.

सेना, अपने कर्मचारियों की आवाजाही और ट्रेनिंग कार्यक्रमों पर सख्ती से लगाम लगाई है यहां तक कि सेना ने वर्क फ्रॉम होम को भी शामिल किया है जिससे वह अपने जरूरी काम को प्रभावित नहीं होने दे रहा है. भारत में चल रही कोविड-19 की लड़ाई में सेना सबसे आगे हैं.

निर्देश क्या कहते हैं

नए आदेश के अनुसार, सेना मुख्यालय से केवल सैन्य अभियान, सेना का इंटेलीजेंस, परिचालन रसद और सेना की रणनीतिक मूवमेंट ही इस दौरान चलेंगी, साथ ही कोविड -19 संबंधित कार्यों को भी करती रहेंगी.

हालांकि, इन ब्रांचों में भी लोगों की संख्या न्यूनतम ही होगी.

आदेश में यह भी कहा गया है कि अन्य शाखाएं घर से काम करेंगी और किसी विशेष कार्य के लिए केस-टू-केस के आधार पर इसे अलग से नियंत्रित किया जाएगा. .

कमांड मुख्यालय के भीतर सिर्फ कम से कम लोग ही शामिल होंगे जिसमें रसद और संचालन शाखा मुख्य हैं. उत्तरी और पूर्वी कमान को छोड़कर, जहां इसके अलावा इंटेलीजेंस ब्रांच भी काम करेगी.

धीरे-धीरे दी जाएगी छूट

आदेश में कहा गया है, 19 अप्रैल के बाद, सेना मुख्यालय, कमान मुख्यालय और टुकड़ियों के मुख्यालय में 50 प्रतिशत लोग काम करना शुरू कर सकते हैं.

इसमें यह भी कहा गया है कि तीन मई तक सभी ट्रेनिंग कार्यकलाप और टेंपररी ड्यूटी बंद रहेंगी. यह सारे दिशा-निर्देश सरकार द्वारा हाल ही में पास किए गए नए दिशा-निर्देशों के बाद ही लिए गए हैं.

ऑर्डर में यह भी कहा गया है कि सभी सामाजिक, खेल, मनोरंजन, एकेडमिक, सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियां भी बंद रहेंगी. किसी धार्मिक सभा, रेजिमेंटल और सेरिमोनियल कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं है.

इसमें यह भी कहा गया है कि जिन हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में ऑफिस चल रहे हैं वहां सख्ती से नजर रखने और कोई कार्य और मूवमेंट नहीं होगा जबतक की कोई ऑर्डर न हो. स्थानीय सैन्य प्राधिकरण पर भी यह निर्भर करेगा. मूवमेंट और ट्रेनिंग भी नए ऑर्डर का इंतजार कर रहे हैं.

सेना में अभी तक कोविड-19 के चार की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें से एक ठीक हो चुके हैं. मंगलवार को नया मामला सामने आया है जिसमें एक आर्मी का डॉक्टर कोरोनावायरस संक्रमित पाया गया है.

(इस खबर को अंग्रेजी में भी पढ़ा जा सकता है, यहां क्लिक करें)

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