नई दिल्ली: अंकिता भंडारी हत्याकांड में मृतक के परिवार ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है क्योंकि उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपने की मांग की थी. अंकिता का अंतिम संस्कार का रविवार सुबह किया जाना था.
वहीं प्रशासन ने अंकिता के परिवार को समझाने की कोशिश की. अंकिता भंडारी के भाई, अजय सिंह भंडारी ने कहा, ‘जब तक उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी जाती, हम उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. हमने उसकी अस्थायी रिपोर्ट में देखा कि उसे पीटा गया और नदी में फेंक दिया गया लेकिन हम अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.’
अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने रविवार को पौड़ी जिला प्रशासन की ऋषिकेश में वनंतरा रिसॉर्ट में उसके कमरे को ध्वस्त करने के लिए आलोचना भी की है.
‘प्रशासन ने रिसॉर्ट के सिर्फ उसी कमरे को क्यों ध्वस्त किया जिसमें मेरी बेटी रहती थी.’ उन्होंने आरोप लगाया कि इस कार्रवाई से कई अहम फोरेंसिक सबूत नष्ट हो सकते हैं. उन्होंने मांग की कि जब तक ऋषिकेश में शनिवार को एम्स में किए गए पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट की कॉपी नहीं मिल जाती है, तब तक उनका परिवार अंकिता के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेगा.
पौड़ी के एसएसपी यशवंत सिंह ने रविवार को दिप्रिंट को बताया, ‘वे (परिवार) हमारी बात सुनने को तैयार नहीं हैं, हम अंकिता का अंतिम संस्कार करने के लिए उन्हें मनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हमने परिवार को आश्वासन दिया है कि पुलिस कड़ी निगरानी कर रही है और सबूत या पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.’
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, जिसकी एक कॉपी दिप्रिंट के पास है, अंकिता की मौत के कारण के रूप में
‘डूबने के परिणामस्वरूप श्वासावरोध’ की पहचान की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि डॉक्टरों को ‘शरीर पर एंटीमॉर्टम चोटें (मौत से पहले शरीर पर लगीं चोटें), ट्रॉमा के संकेत’ मिले हैं.
अंकिता के पिता ने रविवार को कहा, ‘हम अब तक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुश नहीं हैं. मौजूदा रिपोर्ट में कुछ संदिग्ध हो सकता है. वे [आरोपी] राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोग हैं और कुछ भी कर सकते हैं.’
हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया कि किस वजह से उन्हें प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के निष्कर्षों पर संदेह हुआ है.
भंडारी ने यह भी मांग की कि उनकी बेटी के हत्यारों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाए.
अंकिता के भाई अजय ने भी कहा कि परिवार की अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही उनके शव को श्रीकोट गांव ले जाया जाएगा.
व्हाट्सएप चैट की भी जांच
रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच में एक व्हाट्सएप चैट सामने आया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस चैट में अंकिता अपने दोस्त से कह रही है कि रिजॉर्ट का मालिक उन पर मेहमानों को ‘अतिरिक्त सेवा’ देने का दबाव बना रहा है. रिसेप्शनिस्ट की हत्या के बाद से लोगों में काफी गुस्सा है.
अंकिता भंडारी हत्याकांड के एसआईटी प्रभारी, डीआईजी पीआर देवी ने बताया कि अंकिता के व्हाट्सएप चैट जो सामने आए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है.
एसआईटी ने रविवार को बताया कि उसके व्हाट्सएप चैट की भी जांच की जा रही है.
एक वायरल चैट में आरोप लगाया गया कि मेहमान को 10 हजार रुपए में ‘अतिरिक्त सेवा’ मिलेगी. वाट्सएप चैट में वनतारा रिजॉर्ट में स्पा ट्रीटमेंट देने के नाम पर ‘अतिरिक्त सेवा’ देने की बात की जा रही है.
रिसॉर्ट के एक कर्मचारी ने यह भी आरोप लगाया कि अंकिता भंडारी ने 17 सितंबर को उसे रोते हुए बुलाया था और उसे अपना बैग रिसॉर्ट से बाहर निकालने के लिए कहा था. उन्होंने यह भी पुष्टि की कि उन्होंने दोपहर करीब 3 बजे अंकिता को तीन अन्य लोगों के साथ देखा, जबकि अंकिता को छोड़कर बाकी लोग लौट आए.
उसने यह भी पुष्टि की कि मालिक पुलकित आर्य का भाई अंकित आर्य 18 सितंबर को सुबह 8 बजे आया और उसने चार लोगों के लिए रात का खाना बनाने की बात कही और कहा कि वह अंकिता के कमरे में खाना खाएगा. कर्मचारी द्वारा इसका विरोध किया गया क्योंकि उसने कहा कि सर्विस बॉय रात का खाना बना सकता हैं. हालांकि, रिसॉर्ट के सहायक ने आरोप लगाया कि अंकित कर्मचारियों को गुमराह करना चाहता था क्योंकि अंकिता वापस नहीं आई थी.
इससे पहले शनिवार को, अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपी भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के स्वामित्व वाले ऋषिकेश के वनतारा रिसॉर्ट में गुस्साए स्थानीय लोगों ने आग लगा दी थी.
उत्तराखंड के अन्य हिस्सों में बढ़ते अपराध को लेकर स्थानीय लोगों ने पौड़ी में बस अड्डे को जाम कर दिया. पौड़ी में प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव भी किया
कुछ दिन पहले लापता हुई 19 वर्षीय अंकिता भंडारी का शव भी शनिवार को ऋषिकेश की चिल्ला नहर से बरामद किया गया. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया है.
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, ‘आज सुबह बेटी अंकिता का शव बरामद किया गया. इस दिल दहला देने वाली घटना से मुझे गहरा दुख हुआ है.’
पुलकित आर्य सहित तीन लोगों को शुक्रवार को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब उन्होंने एक विवाद के बाद अंकिता को नहर में धकेलने की बात कबूल की थी.
जानकारी के लिए बता दें कि अंकिता पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वानंतर रिजॉर्ट में काम करती थी, जिसके मालिक हरिद्वार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य हैं. इस मामले में पुलकित और दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है.
दिप्रिंट के पृथ्वीराज सिंह के इनपुट के साथ
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