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Sunday, 22 December, 2024
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आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की रैली में पथराव और आगज़नी में घायल हुए लोगों में 20 पुलिसकर्मी शामिल

विभिन्न जिलों में सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में वाई एस जगनमोहन रेड्डी सरकार की कथित विफलता को उजागर करने के लक्ष्य से नायडू ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं. ये परियोजनाएं नायडू के मुख्यमंत्रीकाल में शुरू की गईं थीं.

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नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के शुक्रवार को चित्तूर जिले के दौरे के दौरान पथराव और आगजनी में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) व सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए.

पुलिस के मुताबिक, 13 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और चित्तूर शहर के सरकारी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई. रिशांत रेड्डी ने देर रात बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और फिलहाल सीआरपीसी 144 की धारा की ज़रूरत नहीं है.

पुलिस ने बताया कि नायडू की तेदेपा के साथ-साथ सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई समर्थक भी घायल हुए हैं.

विभिन्न जिलों में सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में वाई एस जगनमोहन रेड्डी सरकार की कथित विफलता को उजागर करने के लक्ष्य से नायडू ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं. ये परियोजनाएं नायडू के मुख्यमंत्रीकाल में शुरू की गईं थीं.

चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई रिशांत रेड्डी ने कहा, ‘‘पुंगानुर के रास्ते में भीषण पथराव की घटना सामने आई है, जहां पुलिस उपाधीक्षक समेत 20 से अधिक पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया.’’

उन्होंने कहा कि अन्नामय्या जिले के मुलकलाचेरूवु में एक रैली में भाषण देते हुए नायडू ने कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की जिसके बाद हिंसक संघर्ष शुरू हो गया. उस रैली में नायडू ने थंबलपल्ले के विधायक पी द्वारकानाथ रेड्डी को ‘रावण’ कहा था.

रेड्डी ने कहा कि इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया स्वरूप सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों ने चित्तूर में अंगल्लू के रास्ते को जाम को कर दिया, जिस समय नायडू उधर की ओर भी बढ़ रहे थे. पुलिस अधीक्षक के अनुसार, उसके बाद तेदेपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया जिसमें दोनों तरफ से कई समर्थक घायल हो गये.

उन्होंने कहा कि दंगे जैसी स्थिति में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर किया.

पुंगानूर में निर्धारित नायडू की अगली रैली में कानून व्यवस्था की ओर समस्या खड़ी होने के अंदेशा से पुलिस ने शहर के प्रवेश मार्ग पर बैरीकेड लगा दिए और रोडशो को बाईपास से जाने दिया.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वहां नायडू का इंतजार कर रहे तेदेपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पुलिस पर हमला किया और बस एवं वज्र वाहन में आग लगा दी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे.

इस बीच, नायडू ने तेदेपा कार्यकर्ताओं पर कथित हमले को लेकर वाईएसआरसीपी की निंदा की.


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