नई दिल्ली: कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद करीब 177 राजनेता गिरफ्तार किए गए, इनमें से सिर्फ एक नेता भाजपा का है. जबकि नेशनल कांफ्रेस (एनसी) के 71 और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के 35 नेता शामिल हैं वहीं दो क्षेत्रीय पार्टी के नेता हैं. राजनेताओं की गिरफ्तारी का सिलसिला इन पार्टियों तक सिमित नहीं हैं. कांग्रेस पार्टी के 19 वहीं जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट) के पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल के साथ 28 नेता, सज्जाद गनी लोन पिपुल्स कांफ्रेंस के 10 और अवामी इतेहाद पार्टी (एआईपी) के आठ नेता भी शामिल हैं.
दिप्रिंट को मिले डॉक्यूमेंट के मुताबिक अधिकतर नेता बांदीपोरा, श्रीनगर, कुपवारा और गंडेरबाल से गिरफ्तार किए गए हैं जबकि भाजपा का नेता सोपोर से गिरफ्तार किया गया है.
अभी तक कश्मीर से करीब 4844 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इनमें से 1,281 सितंबर अंत तक कस्टडी में रहे जबकि 3,563 रिलीज़ कर दिए गए हैं.
सुरक्षा विभागों के स्रोतों के माध्यम से हासिल किए गए इन दस्तावेजों में 30 सितंबर तक का डाटा है. डाटा से पता चलता है कि गिरफ्तार किए गए 4, 844 लोगों में 4,062 पत्थरबाज थे, जबकि 156 ग्राउंड वर्कर, 117 हुर्रियत और जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ता और वोलेंटियर, 13 का राजनीति से कोई लेना देना नहीं था जबकि 118 आतंकी और 151 आम आदमी थे.
ओजीडब्ल्यू वो थे जो लश्कर-ए- तैयबा और जैश-ए- मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों में शामिल किए गए थे.
पिछले सप्ताह गृहमंत्रालय ने कहा था कि जम्मू और कश्मीर में 609 से अधिक लोग अभी नज़रबंद हैं.
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में गृह राज्यमंत्री ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल रखने और किसी भी तरह के उत्पात से बचाने के लिए करीब 5161 लोगों को सुरक्षा के तौर पर गिरफ्तार किया गया था. इन सभी को चार अगस्त से गिरफ्तार किया गया था. यह वह समय था जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाया और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.
746 नागरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत हुए गिरफ्तार अब तक हैं जेल में
दस्तावेज बताते हैं कि अभी तक 746 लोगों को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया है और वह अभी तक सलाखों के पीछे हैं.
31 अक्टूबर तक के आंकड़ों के अनुसार 5 अगस्त से 5 सितंबर के बीच 235 कैदियों को उत्तर प्रदेश के जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. जबकि 511 अभी तक श्रीनगर की सेंट्रल जेल में हैं.
अगस्त 8 अगस्त को 26 कैदी आगरा की सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया. वहीं 9 अगस्त को 20 और कैदियों को जिला जेल बरेली भेजा गया जबकि 10 अगस्त को 24 अन्य को लखनऊ जेल भेजा गया.
11 अगस्त को 16 कैदियों को सेंट्रल जेल, नैनी प्रयागराज और 19 अगस्त को 30 अन्य कैदियों को वाराणसी की सेंट्रल जेल भेजा गया.
21 अगस्त को 30 कैदियों को उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर के जिला जेल भेजा गया जबकि 22 अगस्त को 30 कैदियों सेंट्रल जेल आगरा भेजा गया.
जबकि 3 और 5 सितंबर को 30 कैदियों को अंबेडकर नगर जेल और 29 को आगरा सेंट्रल जेल भेजा गया.
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