नई दिल्ली: वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा को 2 और 3 जून की रात को स्प्रे पेंट के साथ अज्ञात तत्वों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया. भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने आज एक ट्वीट में इसके लिए माफी मांगी है.
भारतीय दूतावास के अधिकारियों द्वारा शिकायत दर्ज करने के बाद जस्टर ने यह ट्वीट किया.
‘वाशिंगटन डीसी में गांधी प्रतिमा की बदहाली को देखकर खेद हुआ. कृपया हमारी ईमानदारी से क्षमा याचना स्वीकार करें. जॉर्ज फ्लॉयड की भीषण मृत्यु के साथ आसपास की भीषण हिंसा और बर्बरता से भी दुखी हूं. हम पूर्वाग्रहों और किसी भी तरह के भेदभाव के खिलाफ खड़े हैं. हम सुधरेंगे और बेहतर बनेंगे’, जस्टरने कहा.
So sorry to see the desecration of the Gandhi statue in Wash, DC. Please accept our sincere apologies. Appalled as well by the horrific death of George Floyd & the awful violence & vandalism. We stand against prejudice & discrimination of any type. We will recover & be better.
— Ken Juster (@USAmbIndia) June 4, 2020
कोलकाता स्थित मूर्तिकार गौतम पाल द्वारा डिजाइन की गई कांस्य प्रतिमा वर्ष 2000 के दौरान भारतीय दूतावास के बाहर स्थापित की गई थी और यह भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की ओर से एक उपहार है. 1997 में भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी समारोह के दौरान अमेरिकी राजधानी में महात्मा गांधी के लिए एक राष्ट्रीय स्मारक स्थापित करने का संकल्प लिया गया था. यह मूर्ति तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मौजूदगी में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की राजकीय यात्रा के दौरान समर्पित की गई थी. मूर्ति को अब कपडे़ से ढंक दिया गया है.
यूनाइटेड स्टेट पार्क पुलिस ने अमेरिका में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच हुई बर्बरता के खिलाफ एक जांच शुरू कर दी है. मिनियापोलिस में 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से अमेरिका में पिछले हफ्ते से हिंसक विरोध जारी है. एक श्वेत पुलिसकर्मी ने 8 मिनट से अधिक समय तक फ्लॉयड की सांस ना ले पाने की दलीलों को नजरंदाज करते हुए उसकी गर्दन को घुटने से दबाये रखा, जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया था.
वाशिंगटन डीसी में इस सप्ताह प्रदर्शनकारियों ने एक ऐतिहासिक चर्च को जला दिया और राष्ट्रीय स्मारक और लिंकन मेमोरियल जैसी कुछ प्रमुख संपत्तियों और ऐतिहासिक स्थानों को नुकसान पहुंचाया.
गांधी के पुतले पर हुई बर्बरता की कई हस्तियों ने ट्विटर पर निंदा की.
#PeacefulProtesters #irony https://t.co/41tRsXVej1
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) June 4, 2020
The rioters have clearly shown that neither Gandhi nor Rev. Martin Luther King are their inspiration. https://t.co/Mbdr6XRwSY
— Shivani Sahay (@Savitri4Ever) June 4, 2020
Bapu’s statue outside the Indian Embassy in Washington DC desecrated by unruly elements of #BlackLivesMatter protesters. They will be ashamed to note that two of the biggest voices against racism i.e. Martin Luther King & Nelson Mandela were disciples of Mahatma Gandhi.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) June 4, 2020
Shame on those who desecrated the Mahatma Gandhi statue outside the Indian Embassy in Washington DC. I was there in January, 2020. Gandhi taught the world, the power of non-violent protest and civil disobedience without hurting anyone physically. Yet they attack him today! ?♂️ pic.twitter.com/vb6TXJEY45
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 4, 2020
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(पीटीआई के इनपुट्स के साथ)