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Wednesday, 26 June, 2024
होमदेशबाइडन के साथ संयुक्त PC में PM मोदी बोले- आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई में भारत-अमेरिका एकजुट

बाइडन के साथ संयुक्त PC में PM मोदी बोले- आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई में भारत-अमेरिका एकजुट

मोदी ने बताया कि आज की मुलाकात के दौरान हमने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘‘आज का दिन भारत-अमेरिका संबंधों के इतिहास में विशेष महत्व रखता है.’’

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान गुरुवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करने व्हाइट हाउस पहुंचे हैं. इस दौरान पीएम मोदी और बाइडन ने संयुक्त वार्ता के दौरान भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड साझेदारी, लोकतंत्र और घनिष्ठ संबंधों पर जोर दिया.

व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में मोदी और बाइडन के बीच आमने सामने की बैठक और शिष्टमंडल स्तर की वार्ता भी हुई. इससे पहले पीएम ने कहा था, इस बैठक का मकसद रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी सहित भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और गति प्रदान करना है.

संयुक्त पीसी के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा,‘‘हमारे आर्थिक संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं, पिछले एक दशक में दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना हो गया है. हम साथ मिलकर असीमित क्षमता वाले साझा भविष्य के दरवाज़े खोल रहे हैं. ’’

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘सबसे पहले मैं राष्ट्रपति बाइडन को उनके गर्मजोशी भरे शब्दों और भारत-अमेरिका संबंधों पर उनके विचारों के लिए धन्यवाद देता हूं.’’

बाइडन ने कहा, ‘‘स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में तेज़ी लाने के लिए अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग और क्वांटम कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर सहयोग की ज़रूरत है. एयर इंडिया द्वारा बोइंग विमान खरीदने के समझौते से अमेरिका में 10 लाख नौकरियों को मदद मिलेगी.’’

‘स्काई इज़ नॉट दि लिमिट’

मोदी ने कहा कि आज का दिन भारत और अमेरिका के रिश्तों के इतिहास में एक विशेष संबंध रखता है.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ समग्र वार्ता के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों एवं समग्र वैश्चिक सामरिक गठजोड़ में एक नया अध्याय जुड़ा है।

उन्होंने कहा,‘‘आज की हमारी चर्चा और हमारे द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय से हमारा कॉम्प्रिहेंसिव ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में एक नया अध्याय जुड़ा है. एक नई दिशा और नई उर्जा मिली है.’’

बाइडन ने कहा, ‘‘यह साझेदारी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी में से एक है जो इतिहास में किसी भी समय में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है.’’

मोदी ने उनकी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘‘भारत-अमेरिका संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि दुनिया के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. भारतीय-अमेरिकी भारत और अमेरिका और उनके संबंधों के बीच की असली ताकत हैं.’’

पीएम ने कहा, ‘‘वर्तमान में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. हमने निर्णय लिया है कि व्यापार से जुड़े लंबित मुद्दों को समाप्त कर नई शुरुआत की जाएगी.’’

मोदी ने बताया कि आज की मुलाकात के दौरान हमने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा,‘‘आज का दिन भारत-अमेरिका संबंधों के इतिहास में विशेष महत्व रखता है.’’

पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका की साझेदारी के लिए कहा, ‘‘स्काई इज़ नॉट दि लिमिट.’’

भारत के अर्टेमिस संधि में शामिल होने का फैसले की घोषणा के बारे में मोदी ने कहा कि हमने अंतरिक्ष सहयोग में नया कदम आगे बढ़ाया है.

पीएम ने कहा, ‘‘हम आर्टेमिस समझौते में शामिल होने के लिए सहमत हुए हैं.’’, वहीं, बाइडन ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मेरे बीच लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर अच्छी चर्चा हुई.’’


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शांति बहाल करने के लिए पूरी तरह से तैयार

व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ एक संयुक्त पीसी में मोदी ने बिना किसी देश का नाम आतंकवाद को खत्म करने के वास्ते अमेरिका के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बात पर जोर दिया.

मोदी ने कहा, ‘‘हम शांति बहाल करने के लिए किसी भी तरह से पूरी तरह से तैयार हैं.भारत और अमेरिका आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ आगे बढ़ रहे हैं.’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है.’’

मोदी ने कहा, ‘‘हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा यह हमारी साझा प्राथमिकता है. हम एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है.’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र कुछ कर सकता है और जब हम लोकतंत्र की बात करते हैं तो जाति, पंथ, धर्म आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता है और लोकतंत्र भारत और अमेरिका के डीएनए में है.

इस पर बाइडन ने कहा, ‘‘हम प्रत्येक नागरिक की गरिमा में विश्वास करते हैं, यह अमेरिका के डीएनए में है और मैं भारत के डीएनए में भी. मैं विश्वास करता हूं कि हमारी सफलता में पूरी दुनिया की हिस्सेदारी है.’’

पीएम ने कहा,‘‘मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं. लोग कहते हैं नहीं बल्कि भारत लोकतांत्रिक है. जैसा कि राष्ट्रपति बाइडन ने कहा भारत और अमेरिका दोनों के DNA में लोकतंत्र है. लोकतंत्र हमारी रगो में है, लोकतंत्र को हम जीते हैं.’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमारे पूर्वजों ने उसे शब्दों में डाला है. हमारा संविधान और हमारी सरकार और हमने सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवरी जब मैं डिलीवरी कहता हूं तब जाति, पंथ, धर्म किसी भी तरह के भेदभाव की वहां पर जगह नहीं होती है. जब आप लोकतंत्र कहते हैं तो पक्षपात का कोई सवाल ही नहीं उठता है.’’

भारत में अल्पसंख्यकों के साथ कथित भेदभाव के बारे में सवाल पर मोदी ने सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास के नारे को बुलंद करते हुए कहा, ‘‘भारत सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास में विश्वास करता है..’’

मोदी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र हमारी आत्मा में है और हम इसे जीते हैं. यह हमारे संविधान में है. जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं है.’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम दोनों सहमत हैं कि हमारी सामरिक प्रौद्योगिकी गठजोड़ को सार्थक करने में गवर्नेंस, कारोबार और अकादमिक संस्थानों का साथ आना बहुत महत्वपूर्ण है.’’

उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय लोगों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि भारतीय अमेरिकी हमारे संबंधों की असली ताकत हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हमारे रिश्ते की सबसे अच्छी प्रकृति यह है कि हम एक-दूसरे के प्रति स्पष्ट हैं और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘पीएम मोदी और मैं पिछले कुछ वर्षों में कई बार मिले हैं और हर बार मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को खोजने की हमारी क्षमता से प्रभावित हुआ.’’


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‘जलवायु परिवर्तन हमारे सामने सबसे गंभीर समस्या’

प्रधानमंत्री ने समाचार एजेंसी पीटीआई के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हम प्रकृति के दोहन में विश्वास नहीं करते हैं. सभी G20 देशों में से भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने G20 शिखर सम्मेलन के दौरान किए गए सभी वादों को पूरा किया है. हम भारत को हरित ऊर्जा केंद्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं.’’

पीएम ने कहा, ‘‘हम भारत को हरित ऊर्जा केंद्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं.’’

पीएम मोदी ने बताया कि भारत भारत में जेट इंजन बनाने के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, सह-विकास और सह-उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ चुका है.

बाइडन ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन हमारे सामने सबसे गंभीर समस्या है…हमने इस मुद्दे से निपटने में अमेरिका में तीन चीजें करके भारी प्रगति की है.’’

मोदी ने कहा, ‘‘हम अहमदाबाद और बेंगलुरु में वाणिज्य दूतावास की स्थापना का स्वागत करते हैं. इसी तरह, हम सिएटल में एक नया मिशन खोलेंगे.’’

इससे पहले दिन के समय अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘व्हाइट हाउस में फिर आपका स्वागत है प्रधानमंत्री मोदी. मैं एक राजकीय यात्रा पर आपकी यहां मेजबानी कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण परिभाषित करने वाले संबंध हैं. आज जो हम निर्णय लेंगे, आने वाली पीढ़ी के भविष्य को निर्धारित करेंगे.’’

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘‘आज वहाइट हाउस में शानदार स्वागत सम्मान एक प्रकार से 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है. यह अमेरिका में रहने वाले करीब 40 लाख भारतीय मूल के लोगों का भी सम्मान है. इसके लिए मैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन का आभार प्रकट करता हूं.’’


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