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Tuesday, 21 May, 2024
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बोर्ड परीक्षाओं को छोड़ छत्तीसगढ़ की स्कूलो में सभी परीक्षाएं निरस्त, बिना परीक्षा पास होंगे 10 लाख छात्र

प्रदेश में नोवेल कोरोनावायरस संक्रमण पर अहम फैसला लेते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य शासन द्वारा 19 मार्च से सभी स्कूलों को बंद करते हुए हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था.

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रायपुर: कोरोनावायरस संक्रमण की महामारी के चलते छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की बोर्ड परीक्षाओं को छोड़ अन्य सभी परीक्षाओं को निरस्त कर छात्रों को सामान्य कक्षोन्नत्ति देने का अहम फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले की जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार की रात ट्वीट कर दी. राज्य स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकार का यह निर्णय कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के उपायों के तहत मुख्यमंत्री के पहल पर लिया गया है.

अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि शिक्षा सत्र 2019-20 में कक्षा पहली से 8वीं स्तर तक तथा कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सामान्य कक्षोन्नति (जनरल प्रमोशन) दिए जाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री द्वारा इस संबंध में संचालक लोक शिक्षण को इसकी अनुमति प्रदान कर निर्देश दिया है कि आगे की उचित कार्यवाही डायरेक्टरेट द्वारा किया जाए.


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दिप्रिंट द्वारा संपर्क किये जाने पर स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला का कहा, ‘कक्षा एक से आठवीं तक समान्य कक्षोन्नत्ति देना कोई असामान्य बात नही है, क्योंकि मिडिल स्कूल तक केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार किसी छात्र की कक्षोन्नत्ति देने से रोका नही जा सकता. लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए राज्य सरकार ने इस शैक्षणिक सत्र में बोर्ड परीक्षाओं को छोड़ किसी भी वार्षिक परीक्षा को न कराने का निर्णय लिया है. सरकार द्वारा यह निर्णय कोरोना से बचाव के साथ-साथ परीक्षा के लिए होनेवाले समयाभाव को देखते हुए लिया गया है.’

शुक्ला ने आगे बताया, ‘यदि हम यह भी मान लें कि देशव्यापी लॉकडाउन के अपने वर्तमान समय से खत्म होने पर भी विभाग के पास इतना समय नहीं रहेगा कि वह सभी स्कूलों में कोरोनावायरस संक्रमण के दहशत के बीच परीक्षा करा पाए.’

वह बताते हैं कि विभाग के लिए एक तो समय का अभाव होगा दूसरी ओर 1 मई से ग्रीष्मकालीन छुट्टियां भी लग जाएंगी. इसके अलावा बच्चों का भी कोरोना के संक्रमण से निरन्तर बचाव करना जरूरी है.’ शुक्ला ने बताया की प्रदेश सरकार के इस निर्णय से 10 लाख छात्रों को कक्षोन्नत्ति मिलेगी.

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गौरतलब है कि प्रदेश में नोवेल कोरोनावायरस संक्रमण पर अहम फैसला लेते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य शासन द्वारा 19 मार्च से सभी स्कूलों को बंद करते हुए हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल की परीक्षाओं को भी स्थगित किया गया था. इसके बाद 20 मार्च से संपूर्ण छत्तीसगढ़ को लॉकडाउन किया गया. केन्द्र सरकार द्वारा 24 मार्च से संपूर्ण भारत को 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है.

इतने लंबे समय तक स्कूल बंद होने के कारणस्थानीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली परीक्षाएं कक्षा पहली से 8वीं एवं कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं की संपन्न नहीं कराई जा सकी. निकट भविष्य में परीक्षा आयोजित कर पाना संभव भी प्रतीत नहीं होता. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने कक्षा पहली से 8वीं तक तथा कक्षा 9वीं और 11वीं के अध्ययनरत विद्यार्थियों को सामान्य कक्षोन्नति (जनरल प्रमोशन) देने का निर्णय लिया है.

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