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Tuesday, 30 April, 2024
होमदेशनए साल पर अलकायदा का संदेश- अयोध्या में राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने का लिया संकल्प

नए साल पर अलकायदा का संदेश- अयोध्या में राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने का लिया संकल्प

एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि ऐसा लगता है कि मैगजीन का कॉन्टैंट भारतीय परिवेश से परिचित किसी शख्स ने लिखा है.

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नई दिल्ली: अलकायदा ने अपने मुखपत्र में लिखा है कि ‘आयोध्या में बन रहा राम मंदिर ढहाय़ा जाएगा और उसकी जगह मस्जिद को बनाई जाएगी.’ उसने यह सभी बातें अपने मुखपत्र गजवा-ए-हिंद के दिसंबर एडिशन में लिखी हैं जिसे इस हफ्ते जारी किया गया है.

इसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा है. इसके साथ ही भारतीय मुसलमानों को जिहाद का समर्थन देने के लिए कहा है.

उसने लिखा, ‘क्या हुआ जो बाबरी मस्जिद की बुनियाद पर राम मंदिर बन रहा है, उसे भी ढहाया जाएगा और मूर्तियों की जगह, अल्लाह के नाम पर बाबरी मस्जिद का पुनर्निर्माण किया जाएगा.’

गजवा-ए-हिंद में संगठन ने भारतीय मुसलमानों को प्रभावित करने की कोशिश की है. उसने लिखा है कि पहले ही मुसलमानों को इतनी नुकसान झेल चुके है तो ‘इसके लिए जान और माल के नुकसान से न डरें.’

मैगजीन ने आगे लिखा, ‘अगर इस जान और माल को जिहाद के लिए इस्तेमाल किया गया होता, तो इतना नुकसान नहीं होता.’

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मुखपत्र के अनुसार, ‘मोदी और आदित्यनाथ यह न समझें कि गजवा-ए-हिंद और शरिया कानून इस महाद्वीप में पाकिस्तान का प्रोपागेंडा है.’

संगठन ने मुखपत्र में भारतीय मुसलमानों के लिए धर्मनिरपेक्षता को ‘नर्क’ और ‘हिंदू-मुस्लिम भाई – भाई’ के नारे को ‘फरेब’ बताया है.

उसने आगे लिखा, ‘यह सिर्फ बातें नहीं हैं.’ मुखपत्र में संगठन ने लिखा, ‘तीस साल पहले बाबरी मस्जिद गिराई गई थी, बीस साल पहले प्रेगनेंट महिलाओं के पेट काट कर उनके बच्चों को उनके साथ तेल छिड़क कर अहमदाबाद में जलाया गया गया, आज हर जगह बुलडोजर हैं, ‘जय श्रीराम कह वरना सर काट देंगे’ और काट भी दिए गए हैं.’

एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि ऐसा लगता है कि मैगजीन का कॉन्टैंट भारतीय परिवेश से परिचित किसी शख्स ने लिखा है.

भारत पर अल-क़ायदा का ध्यान केंद्रित उस समय हुआ जब पूर्व प्रमुख अयमान अल-ज़वाहारी ने अप्रैल में एक वीडियो के जरिए हिजाब प्रतिबंध के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया था.

इस साल 31 जुलाई को अफगानिस्तान के काबुल स्थित अपने घर में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में अल जवाहिरी मारा गया था.

अल-कायदा के दक्षिण एशियाई विंग का संस्थापक, सना-उल-हक, जिसे असीम उमर के नाम से भी जाना जाता है, 2019 में अफगानिस्तान के मूसा काला जिले में अमेरिका के हवाई हमले में मारा गया था. वो उत्तर प्रदेश के संभल जिले का रहने वाला था.

अल-कायदा की नींव 1988 में ओसामा बिन लादेन ने रखी थी और संगठन 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद से सुर्खियों में है.

अलकायदा ने लिखा है, ‘भारत के हर एक मुसलमान, सब्जी वाले, दिहाड़ी मजदूर से लेकर विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा के सासंद, जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ से लेकर जामिया उस्मानिया और देवबंद तक सभी के सामने हिंदू चाकू, भाले, तलवारें तेज कर रहे हैं. ‘

उसने आगे लिखा, ‘सभी हिंदुओं को लाठी चलाना सिखाया जा रहा है. सब्जी काटने वाले चाकूओं से मुसलमानों के सिर काटने की बातें हिंदू औरतों के मुंह से सुनाई दे रही है.’

संगठन ने आगे लिखा है अल-कायदा जिहाद से लड़ने का इरादा रखता है ताकि ‘पूरा भारत इस्लाम की दुनिया का हिस्सा बन जाए और मूर्ति पूजा बंद हो जाए.’

मैगजीन के आखिरी पन्ने पर संगठन ने जिहाद को समस्या हल बताया है. उसने एक लेख लिखा है ‘जामिया मस्जिद श्रीनगर से बाबरी मस्जिद तक…जिहाद हल है.’

(अनुवाद और संपादन: हिना फ़ातिमा)


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