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Thursday, 9 May, 2024
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अखाड़ा परिषद के संतों का यू-टर्न, कहा- चिन्मयानंद को फंसाने की साजिश की गई

प्रयागराज में मीडिया से बातचीत में परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद स्वामी चिन्मयानंद का हर तरह से साथ देगा.

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लखनऊ/प्रयागराज : लाॅ स्टूडेंट से रेप के आरोप में फंसे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के पक्ष में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद उतर आया है. परिषद ने संत समाज द्वारा चिन्मयानंद के बहिष्कार के फैसले को न सिर्फ वापस ले लिया है, बल्कि अब खुलकर उनकी मदद करने का भी ऐलान किया है.

प्रयागराज में मीडिया से बातचीत में परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद स्वामी चिन्मयानंद का हर तरह से साथ देगा. उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी चिन्मयानंद के साथ अन्याय हुआ है. ऐसे में अखाड़ा परिषद उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकता. महंत के मुताबिक, चिन्मयानंद मामले की आड़ में साधु-संतों को बदनाम करने और उनकी छवि को बिगाड़ने की बड़ी साजिश की जा रही है.

पूरी तरह से मदद को तैयार साधु संत

महंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि अखाड़ा परिषद ने इस मामले में संतों की टीम से जांच भी कराई थी और चिन्मयानंद का बयान भी लिया था. जांच में पाया गया कि ब्लैकमेलिंग कर करोड़ों रूपये ऐंठने के लिए उन्हें पहले नशीला सामान खिलाकर बेसुध किया गया और उसके बाद साजिश के तहत उनका वीडियो बनाया.


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महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक़ इस बारे में दस अक्टूबर से हरिद्वार में होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक में औपचारिक एलान करते हुए उनकी सहायता करने की रूपरेखा तय की जाएगी. उनका दावा है कि चिन्मयानंद ने अपने वकीलों पर भरोसा जताया है और कोई कानूनी मदद लेने से मना किया है. इसके बावजूद उन्हें जिस भी तरह की मदद की जरूरत होगी, वह सभी उन्हें मुहैया कराई जाएगी.

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21 सितंबर को किया था बहिष्कार का ऐलान

महंत नरेंद्र गिरि ने ही बीते 21 सितम्बर को बयान जारी कर चिन्मयानंद पर लगे आरोपों को शर्मनाक बताया था और उन्हें संत समाज से बहिष्कृत करने की बात कही थी. अपने बयान में उन्होंने कहा था कि चिन्मयानंद के कारनामे से समूचे संत समाज की छवि धूमिल हुई है. बता दें कि चिन्मयानंद महानिर्वाणी अखाड़े से जुड़े हुए हैं.


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चिन्मयानंद और पीड़िता दोनों जेल में

बता दें कि फिलहाल चिन्मयानंद और पीड़िता दोनों जेल में हैं. एसआईटी जल्द ही चिन्मयानंद, पीड़िता और पीड़िता के तीन दोस्तों को लखनऊ लैब में वॉइस सैंपल के लिए ले जा सकती है. स्वामी चिन्मयानंद पर लॉ की छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इस मामले में चिन्मयानंद का छात्रा से मालिश करवाते हुए वीडियो वायरल हुआ था. साथ ही पीड़िता का चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें पीड़िता और उसके तीन दोस्त वीडियो में दिखाई दे रहे थे.

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