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शुक्रवार, 13 जून, 2025
होमदेशएयर इंडिया प्लेन क्रैश: टिफिन सप्लाई करने वाला परिवार, दो साल की बच्ची और लापता परिजनों की तलाश में

एयर इंडिया प्लेन क्रैश: टिफिन सप्लाई करने वाला परिवार, दो साल की बच्ची और लापता परिजनों की तलाश में

परिवार के अनुसार, 55 वर्षीय सरला बेन और उनकी पोती हादसे के समय बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल मेस में थीं और तभी से लापता हैं.

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अहमदाबाद: अहमदाबाद में ठाकुर परिवार, जो शहर के बी.जे. मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टरों और छात्रों को टिफिन सप्लाई करता था, गुरुवार शाम से उस इमारत में अपने परिजनों की तलाश कर रहा है, जहां एयर इंडिया का विमान गिरा और धमाके के साथ फट गया.

इस परिवार की दो सदस्य, 55 वर्षीय सरला बेन और उनकी दो साल की पोती, जो हादसे के वक्त हॉस्टल मेस में थीं, लापता हैं.

इस विमान हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो चुकी है, साथ ही जमीन पर हॉस्टल बिल्डिंग में भी लोग मारे गए. शव इस कदर जले हुए हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है.

“पूरा परिवार ही उजड़ गया. क्या होगा मां और बेटी के बिना?” रवि भाई ठाकुर ने कहा, जो सरला के बेटे और बच्ची के पिता हैं. वह अपने अन्य परिजनों के साथ मेडिकल कॉलेज के डीएनए सैंपल कलेक्शन रूम में पहुंचे थे.

रवि भाई ठाकुर | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

ठाकुर परिवार मेडिकल कॉलेज में टिफिन सप्लाई करके अपना गुजारा करता है और कॉलेज के पास ही रहता है.

रवि ने बताया कि हादसे के वक्त वह कॉलेज परिसर में ही थे और उनकी मां व बेटी हॉस्टल में थीं. उन्होंने रोते हुए दिप्रिंट से कहा, “मेरी मां छोटी बच्ची के साथ मेस में गई थीं, जहां वह छात्रों और डॉक्टरों को खाना खिला रही थीं. हम वर्षों से डॉक्टरों को खाना पहुंचा रहे हैं.”

दोपहर करीब 2 बजे जब हादसा हुआ, उस समय छात्र और डॉक्टर मेस में खाना खा रहे थे. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में बिल्डिंग और विमान के मलबे के बीच अधूरी थालियां देखी जा सकती हैं.

Family members of Sarla Ben in the corridors of BJ Medical College, Ahmedabad | Praveen Jain | ThePrint
अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के गलियारे में सरला बेन के परिवार के सदस्य | प्रवीण जैन | दिप्रिंट

अब तक मौके पर मारे गए लोगों की आधिकारिक संख्या नहीं बताई गई है, जबकि कई घायल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हैं. ठाकुर परिवार के पांच सदस्यों ने यह जानने के लिए डीएनए सैंपल दिए हैं कि क्या उनके प्रियजन मृतकों में शामिल हैं.

सरला के दामाद सुरेश पत्नी के साथ परिवार के साथ आए थे. उन्होंने कहा, “वह (सरला) हमेशा बच्ची को साथ ले जाती थीं. पूरा परिवार इसी टिफिन व्यवसाय पर निर्भर है.”

सरला की बेटी उमाबेन ने भी कहा कि हादसे के वक्त परिवार डॉक्टरों को खाना खिला रहा था. “अब क्या होगा हमारा?” उन्होंने पूछा और बताया कि सरला और बच्ची का अब तक कुछ पता नहीं है.

गुरुवार शाम 6 बजे के आसपास, परिवार ने अपने लापता सदस्यों की जानकारी को लेकर व्हाट्सएप स्टेटस लगाया.

“हमें नहीं पता कि वे जिंदा हैं या नहीं. प्रशासन ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी है. उन्होंने हमारे सैंपल ले लिए और कहा है कि 72 घंटे इंतजार करना होगा,” रवि ने कहा, जो अपनी पत्नी पायल को संभाल रहे थे. पायल बार-बार बेहोश हो  रही थीं.

Uma Ben, daughter of Sarla Ben | Praveen Jain | ThePrint
उमा बेन, सरला बेन की बेटी | प्रवीण जैन | दिप्रिंट

बी.जे. मेडिकल कॉलेज के डीएनए कलेक्शन सेंटर पर सैंपल कलेक्शन के लिए पांच डेस्क लगाए गए हैं. यहां कई टेस्ट ट्यूब रखे गए हैं और 30 से ज्यादा लैब टेक्नीशियन निगरानी कर रहे हैं.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया को बताया कि मृतकों की पहचान के लिए लगभग एक हजार डीएनए टेस्ट किए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि शवों का ज्यादातर हिस्सा बरामद कर लिया गया है.

सरला की बहू पायल | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

यह फ्लाइट लंदन जा रही थी और इसमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, एक कनाडाई नागरिक और सात पुर्तगाली नागरिक सवार थे. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी यात्रियों में शामिल थे.

लैब तकनीशियन डीएनए नमूने एकत्र करते हुए | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

हादसे के करीब 24 घंटे बाद भी क्रैश साइट पर मलबा फैला हुआ था और हवा में धुएं की गंध बनी हुई थी. पेड़ उखड़े और जले हुए थे.

शुक्रवार सुबह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौके पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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