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Tuesday, 18 November, 2025
होमदेश‘9 शेल कंपनियां, 25 ठिकाने’ — दिल्ली ब्लास्ट के हफ्ते बाद ED की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर बड़ी कार्रवाई

‘9 शेल कंपनियां, 25 ठिकाने’ — दिल्ली ब्लास्ट के हफ्ते बाद ED की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर बड़ी कार्रवाई

यह ऑपरेशन वित्तीय गड़बड़ियों, शेल कंपनियों, फर्जी संस्थाओं और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का हिस्सा है.

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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर छापे मारे. यह वही यूनिवर्सिटी है जिसे पिछले सोमवार दिल्ली में हुए ब्लास्ट को अंजाम देने वाले एक आतंकी मॉड्यूल का केंद्र बताया जा रहा है. सूत्रों ने दिप्रिंट को यह जानकारी दी.

एजेंसी की कार्रवाई अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट और इसके ट्रस्टी जव्वाद अहमद सिद्दीकी पर भी केंद्रित है. वही सिद्दीकी, जिसने यह यूनिवर्सिटी शुरू की थी और जिसके मेडिकल कॉलेज में वो डॉक्टर्स काम करते थे जिन पर आतंकी मॉड्यूल चलाने का आरोप है. कश्मीर का उमर उन नबी, जो कथित तौर पर ब्लास्ट का बम लगाने वाला था, उन्हीं डॉक्टरों में शामिल था.

ईडी के एक अधिकारी ने बताया, “सुबह 5:15 बजे एक समन्वित कार्रवाई में दिल्ली-एनसीआर के 25 से ज़्यादा ठिकानों पर अल-फलाह ग्रुप से जुड़े परिसरों पर तलाशी की गई. यह ऑपरेशन वित्तीय गड़बड़ियों, शेल कंपनियों, फर्जी संस्थाओं और मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच का हिस्सा है.”

सूत्रों के अनुसार, अल-फलाह ट्रस्ट और उससे जुड़े संस्थानों की भूमिका जांच के दायरे में है. ग्रुप से जुड़ी 9 शेल कंपनियां, जो एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं, जांच के अधीन हैं.

सूत्र ने बताया, “यूजीसी और NAAC मान्यता को लेकर किए गए दावों में शुरुआती तौर पर कई गड़बड़ियां पाई गई हैं.”

एजेंसी की जांच दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है, जिनमें धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोप हैं और जिन्हें NAAC ने हाइलाइट किया था. पिछले हफ्ते NAAC ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी को अपने वेबसाइट पर गलत मान्यता दिखाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। परिषद ने इसे “भ्रामक” और नियमों के खिलाफ बताया.

केंद्र सरकार ने ईडी को यूनिवर्सिटी और उसके संबद्ध कॉलेजों की फंडिंग स्ट्रक्चर की जांच करने के लिए कहा था, जिसके बाद ईडी ने औपचारिक जांच शुरू करने के लिए केस दर्ज किया.

राज्य पुलिस की शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि आईइडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने और हमले की साजिश अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के परिसर में रची गई थी.

दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट की थी कि अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी जव्वाद अहमद सिद्दीकी और उनके भाई हमूद सिद्दीकी पर निवेश के नाम पर वित्तीय हेराफेरी और धोखाधड़ी के कई पुराने आरोप हैं. इंदौर ग्रामीण पुलिस ने रविवार को उसके भाई हमूद को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था.

(यह एक डेवलपिंग स्टोरी है.)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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